मुंबई: निजी क्षेत्र के बड़े बैंक में शुमार यस बैंक को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। प्राइवेट इक्विटी ग्रुप एडवेंट इंटरनेशनल यस बैक में एक अरब डॉलर यानी 7,500 करोड़ रुपये का बड़ा निवेश करने की तैयारी में है।
एडवेंट इनदिनों निवेश के लिए जरूरी खोजबीन कर रहा है और कंसोर्टियम भी बना सकता है। यस बैंक साल 2020 की शुरुआत में नकदी संकट में फंस गया था।
इसके बाद से भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने ही यस बैंक के प्रबंधन का जिम्मा संभाला हुआ है। यस बैंक को अगर यह बड़ा निवेश मिला,तब निश्चित रूप से बैंक के शेयर में भी उछाल देखने को मिलेगा।
सूत्रों के मुताबिक यस बैंक भी एक बड़ा निवेश चाहता है। आरबीआई के मौजूदा नियमों के तहत प्राइवेट इक्किटी फर्म्स जैसे गैर-प्रमोटर बैंकों में 9.9 फीसदी तक की हिस्सेदारी खरीद सकते हैं।
हालांकि, इसके लिए आरबीआई की अनुमति लेनी होती है। यस बैंक का मौजूदा बाजार पूंजीकरण 34,425 करोड़ रुपये है। इस तरह मौजूदा मार्केट कैप के आधार पर बैंक में 9.9 फीसदी हिस्सेदारी 3408 करोड़ रुपये की बनती है।
तरजीही आवंटन के माध्यम से यह प्रस्तावित निवेश एक्सिस बैक में बैन कैपिटल के निवेश के समान हो सकता है। इसमें बैन कैपिटल ने एक कंसोर्टियम बनाकर एक्सिस बैंक में 1.8 बिलियन डॉलर का भारी निवेश किया था।
हालांकि, यस बैंक से प्रस्तावित निवेश के बारे में पूछा गया,तब बैंक ने कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। यस बैंक में इनदिनों एसबीआई सबसे बड़ा शेयरधारक है। एसबीआई के पास यस बैंक की 30 फीसदी हिस्सेदारी है।
मार्च 2020 में यह 48 फीसदी थी।एसबीआई के लिए तीन वर्ष का लॉक-इन पीरियड भी है। इसका मतलब है कि एसबीआई मार्च 2023 तक अपनी हिस्सेदारी 26 फीसद से नीचे नहीं ला सकता है।
एसबीआई दो चरणों में यस बैंक में 7,810 करोड़ रुपये निवेश कर चुका है। यदि एसबीआई बैंक में और पूंजी नहीं डालने का फैसला करता है,तब यस बैंक तुरंत नए निवेशकों से लगभग 5,200 करोड़ रुपये जुटा सकता है, जिससे एसबीआई की हिस्सेदारी 26 प्रतिशत पर बनी रहेगी।
मार्च 2020 से अब तक यस बैंक 25,000 करोड़ रुपये जुटा चुका है। इसमें एसबीआई की अगुवाई वाले कंसोर्टियम द्वारा किया गया 10,000 करोड़ रुपये का निवेश भी शामिल है।
बैंक के बोर्ड ने 21 जनवरी 2021 को 10,000 करोड़ रुपये और जुटाने के प्रस्ताव को अनुमति दी थी। हालांकि, बैंक निवेशकों को आकर्षित करने में सफल नहीं रहा।
मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में यस बैंक का रिजल्ट अच्छा रहा है। यस बैंक का सीएआर 17.7 फीसदी पर है, जो रेगुलेटरी नॉर्म्स से काफी ऊपर है।
दिसंबर तिमाही में बैंक ने 266 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था, जो कि सालाना आधार पर 77 फीसद अधिक है। बैंक के सीईओ प्रशांत कुमार का कहना है कि बैंक अब अपने विकास पथ पर वापस आ गया है और एसेट क्वालिटी का मुद्दा अब पुरानी बात हो गई है।
जानकारों का कहना है कि अगर एडवेंट इंटरनेशनल यस बैंक में हिस्सेदारी खरीदता है,तब बैंक के शेयर में अच्छी-खासी तेजी देखने को मिल सकती है। यस बैंक के शेयर में शुक्रवार को उछाल देखने को मिला।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर शुक्रवार दोपहर बैंक का शेयर 2.08 फीसदी या 0.28 रुपये की बढ़त के साथ 13.71 रुपये पर ट्रेड करता दिखाई दिया।