मुंबई: विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में सोमवार को कहा कि महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार विपक्षी विधायकों को निलंबित करना चाहती है।
अगर इस तरह की कार्रवाई राज्य सरकार करती है, तो विधानसभा में विपक्ष ही नहीं रहेगा। इसलिए सरकार को लोकशाही की परंपरा बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए।
विधानसभा में सोमवार को शिवसेना विधायक सुनील प्रभू ने भाजपा विधायक नीतेश राणे को निलंबित करने का प्रस्ताव लाने की मांग की।
सुनील प्रभू ने कहा कि नीतेश राणे ने विधानसभा की सीढ़ियों पर बैठकर मंत्री आदित्य ठाकरे को देखकर बिल्ली की आवाज निकाली थी।
इसके बाद नीतेश राणे ने माना था कि उन्होंने आदित्य ठाकरे को देखकर ही बिल्ली की आवाज निकाली थी। इस तरह का बर्ताव किसी भी विधायक को शोभा नहीं देता है। इससे पहले इस तरह का बर्ताव करने वाले विधायकों को निलंबित किया जा चुका है।
शिवसेना के विधायक भास्कर जाधव ने कहा कि भाजपा विधायक नीतेश राणे का बर्ताव किसी भी तरह सहन नहीं किया जाना चाहिए।
अगर नीतेश राणे को निलंबित नहीं किया गया तो इसी तरह की गलत परंपरा पड़ेगी। भास्कर जाधव ने कहा कि इस मामले में नेता प्रतिपक्ष को संबंधित विधायक का समर्थन नहीं करना चाहिए, लेकिन वे गलत कृत्य करने वाले विधायक का समर्थन कर रहे हैं।
भास्कर जाधव ने याद दिलाया कि किसानों के मुद्दे पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष 19 विपक्षी विधायकों को एक साथ निलंबित कर चुके हैं।
अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि इस मामले में संबंधित विधायक को माफी मांगनी चाहिए लेकिन संबंधित विधायक नीतेश राणे सभागृह में उपस्थित नहीं थे।