आइजॉल: कभी अपने बाल काटते वक्त सोचा है, कि इन बालों की तस्करी भी हो सकती है। लेकिन यह सच हैं, असम राइफल्स ने पहली बार मिजोरम में ह्यूमन हेयर (बाल) की खेप पकड़ी है, जो अवैध तरीके से बॉर्डर क्रॉस कर म्यांमार भेजी जा रही थी।
असम राइफल्स के सीनियर अधिकारी ने बताया कि फरवरी में पहली बार इसतरह के दो ट्रक पकड़े गए जो इंसान के बालों से भरे थे।
ये ट्रक अवैध तरीके से बॉर्डर पार कर म्यांमार जाने की फिराक में थे। सीनियर अधिकारी ने कहा कि म्यांमार बॉर्डर खुला है और इस रास्ते कई चीजों की तस्करी होती है लेकिन पहली बार बाल पकड़े गए हैं।
पकड़े गए लोगों से पूछताछ करने पर पता चला कि ये बाल आंध्र प्रदेश के तिरुपति से मिजोरम पहुंचे और यहां से म्यांमार भेजने की कोशिश की जा रही थी।
तस्करी किए ये बाल म्यांमार से थाइलैंड जाते हैं। वहां प्रोसेसिंग के बाद ये बाल चीन भेजे जाते हैं, जहां बालों से विग बनाया जाता है।
सूत्रों के मुताबिक जांच में ये भी सामने आया कि बाल सिर्फ तिरुपति से ही नहीं बल्कि कई धार्मिक स्थानों से इस तरह के बालों की तस्करी की जा रही है। धार्मिक स्थानों में लोग मन्नत मांग कर बाल चढ़ाते हैं।
चीन में बने विग पूरे यूरोप और सेंट्रल एशिया में जाते हैं। सीनियर अधिकारी के मुताबिक संभावना है कि भारत से तस्करी हुए बालों के विग चीन से आकर फिर भारत के बाजारों में बिक रहे हों।
बालों से भरे हुए दो ट्रक 23-सेक्टर असम राइफल्स की सेरचिप बटालियन ने चंपाई जिले के कस्टम विभाग के साथ मिलकर पकड़ा।
यह म्यांमार बॉर्डर से सात किलोमीटर पहले पकड़ा। ट्रक में 50 किलो बाल 120 बैग में भरे थे। जितनी कीमत करीब 2 करोड़ रुपये थी।