नागपुर में हिंसा के बाद तनाव, शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू
नागपुर के पुलिस आयुक्त रविंदर कुमार सिंघल की ओर से जारी आदेश के अनुसार, कर्फ्यू अगले आदेश तक लागू रहेगा। कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरानगर और कपिलनगर थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया

Violence in Nagpur: सोमवार शाम महाराष्ट्र के नागपुर में हिंसा (Nagpur Violence ) के कारण तनाव के बाद भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 के तहत शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
नागपुर के पुलिस आयुक्त रविंदर कुमार सिंघल की ओर से जारी आदेश के अनुसार, कर्फ्यू अगले आदेश तक लागू रहेगा। कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरानगर और कपिलनगर थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है।
आपको बता दें कि नागपुर में सोमवार शाम को दो गुटों में हिंसक झड़प हो गई। महल इलाके में शाम के समय औरंगजेब की कब्र को लेकर दो गुट आमने-सामने आ गए। कुछ ही देर के बाद दोनों गुटों में पत्थरबाजी होने लगी।
इस दौरान पुलिस पर पथराव हुए और गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया गया और उनमें आग लगा दी गई। घटना के बाद पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दिया गया है।
कहा गया है कि सोमवार दिनांक 17 मार्च को विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के लगभग 200 से 250 सदस्य औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग के समर्थन में नागपुर के महल में शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास एकत्र हुए।
प्रदर्शनकारियों ने कब्र को हटाने की मांग करते हुए नारे लगाए और गोबर के उपलों से भरा एक प्रतीकात्मक हरा कपड़ा दिखाया। बाद में शाम साढ़े सात बजे, लगभग 80 से 100 लोग भालदारपुरा में एकत्र हुए, जिससे तनाव पैदा हुआ और कानून-व्यवस्था बिगड़ हुई।
आदेश में कहा गया है कि पुलिस ने हिंसा की किसी भी घटना को रोकने और शांति बनाए रखने के लिए बीएनएसएस की धारा 163 के तहत प्रभावित क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया है।
आदेश के मुताबिक, प्रतिबंध की अवधि के दौरान, किसी भी व्यक्ति को चिकित्सा कारणों के अलावा घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए, न ही घर के अंदर पांच से अधिक लोगों को इकट्ठा होना चाहिए। साथ ही, किसी भी तरह की अफवाह फैलाने पर रोक लगाने और इस तरह के सभी काम करने पर रोक लगाने के आदेश दिए गए हैं।
इसके अलावा, पुलिस को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में सड़कें बंद करने का अधिकार दिया गया है। कर्फ्यू का उल्लंघन करने वाले व्यक्तिों पर भारतीय न्याय संहिता (BNSS) की धारा 223 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि, आदेश में स्पष्ट किया गया है कि यह ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ-साथ सरकारी या प्रशासनिक अधिकारियों या कर्मचारियों, परीक्षाओं के लिए उपस्थित होने वाले छात्रों और फायर ब्रिगेड और विभिन्न विभागों से संबंधित व्यक्तियों पर लागू नहीं होगा।
क्या है मामला ?
छत्रपति संभाजीनगर जिले के खुल्दाबाद में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने सोमवार को नागपुर के महल इलाके में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के सामने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद असामाजिक तत्वों ने विभिन्न इलाकों में आगजनी की और पुलिस पर पथराव किया।
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस पथराव में 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। इस दौरान कुछ वाहनों में आग भी लगा दी गई।
वहीं पथराव में चार लोग घायल हो गए। पूरे महल इलाके में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। महल इलाके में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुख्यालय भी है। वहीं, दूसरी तरफ फायर ब्रिगेड के एक अधिकारी ने कहा, दो JCB आग के हवाले कर दी गईं और कुछ और वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि, इस हिंसा में एक फायरमैन भी घायल हुआ है।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने की शांति की अपील
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने नागरिकों से इस स्थिति में प्रशासन का पूरा सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा, वह लगातार पुलिस प्रशासन के संपर्क में हैं और नागरिकों को उनका सहयोग करना चाहिए। नागपुर एक ऐसा शहर है जो शांति पसंद है और एक-दूसरे के सुख-दुख में शामिल होता है।
यह नागपुर की स्थायी परंपरा रही है। ऐसी स्थिति में किसी भी अफवाहों पर विश्वास न करें और प्रशासन का पूरा सहयोग करें। पुलिस प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
नागपुर शहर में फिलहाल तनावपूर्ण शांति
सोमवार रात को पथराव और आगजनी की घटनाओं के बाद नागपुर शहर में फिलहाल तनावपूर्ण शांति है। इसके बाद भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत नागपुर शहर के विभिन्न इलाकों में कर्फ्यू (Curfew) लगा दिया गया है।
नागपुर के पुलिस आयुक्त रविन्द्र कुमार सिंघल ने इस संबंध में आदेश जारी किया है और कहा है कि प्रतिबंध अगले आदेश तक लागू रहेंगे।
नागपुर में स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टियां
शहर के कुछ स्कूलों ने विद्यार्थियों को छुट्टियां दे दी गई हैं। स्कूल प्रशासन ने यह निर्णय सोमवार को हुए दंगों के मद्देनजर लिया है। जिला प्रशासन ने प्रधानाचार्यों को स्थानीय स्थिति के आधार पर निर्णय लेने के निर्देश भी दिए थे।
स्कूल प्रशासन ने सुबह स्कूल ग्रुपों पर छुट्टी के संदेश पोस्ट कर विद्यार्थियों को सूचित कर दिया है। हालांकि शिक्षकों के लिए स्कूल खुले रखे गए हैं। महल क्षेत्र के कॉलेजों ने भी छात्रों को सूचित कर दिया है कि कक्षाएं नहीं होंगी।
पुलिस ने रातभर चलाया तलाशी अभियान, 80 लोग गिरफ्तार
सोमवार को नागपुर में दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद मंगलवार सुबह से स्थिति नियंत्रण में है और फिलहाल तनावपूर्ण शांति है। महल क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात है और पुलिस ने रातभर तलाशी अभियान चलाकर 80 लोगों को गिरफ्तार किया है। आपत्तिजनक वीडियो और संदेश फैलाने वाले 55 सोशल मीडिया अकाउंट पुलिस की रडार पर हैं।
कोतवली, गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरानगर और कपिलनगर इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। फिलहाल नागपुर में धारा 144 लागू है और महल इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है।
पुलिस की गिरफ्तारी का सिलसिला कल पूरी रात जारी रहा। इसके अलावा साइबर पुलिस द्वारा करीब 1800 सोशल मीडिया अकाउंट की जांच की गई है।
सोशल मीडिया पर 55 आपत्तिजनक टेक्स्ट और वीडियो (Objectionable texts and Videos) पुलिस की रडार पर हैं। नागपुर के महल इलाके के बाद हंसपुरी इलाके में भी तनाव की खबर है। इस इलाके में 20 से 22 वाहनों में तोड़फोड़ की गई। हालांकि पुलिस ने यहां स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में कर लिया है।