नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के अबतक के सबसे सफल प्रधानमंत्री हैं।
उनके नेतृत्व में देश में स्वतंत्र रक्षा नीति बनी, देश आर्थिक प्रगति की दिशा में आगे बढ़ा और ‘नीतिगत पेरालाइसिस’ से बाहर आया। उन्होंने देश के लिए बनने वाली योजनाओं का आकार और क्षमता कई गुना बढ़ा दिया।
अमित शाह आज ‘प्रदत्तकारी लोकतंत्र-सरकार के मुखिया के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दशकों की समीक्षा’ विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी की ओर से आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में गृह मंत्री ने कहा कि 2014 में भाजपा सरकार के आने से पूर्व देश में नीतिगत जड़त्व था।
देश के प्रति सम्मान निम्नतम स्तर पर था और 12 लाख करोड़ से अधिक का भ्रष्टाचार था। साथ ही देश आंतरिक सुरक्षा से जुड़े प्रश्न का भी सामना कर रहा था। ऐसा लग रहा था कि लोकतांत्रिक व्यवस्था कभी भी चरमरा सकती है।
ऐसे समय में भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया। इस घोषणा ने लोगों के अंदर का आक्रोश आशा में परिवर्तित कर दिया।
शाह ने कहा कि साल 2014 आते-आते देश में राम-राज की परिकल्पना ध्वस्त हो चुकी थी। जनता के मन में यह आशंका थी कि कहीं हमारी बहुपक्षीय लोकतांत्रिक संसदीय व्यवस्था फेल तो नहीं हो गई।
लेकिन देश की जनता ने धैर्य से फैसला देते हुए नरेन्द्र मोदी को पूर्ण बहुमत के साथ देश का शासन सौंपा। जनता ने अपना निर्णय लिया और भारतीय जनता पार्टी को सत्ता के लिए चुना।
जनता ने भाजपा को बहुमत दिया और पहली बार 30 सालों में देश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी। उन्हें लगता है कि देश की जनता उनसे ज्यादा प्रधानमंत्री मोदी को जानती है।
शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने 2001 में नरेंद्र मोदी को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया। यह एक दुर्लभ निर्णय था।
उनके पास प्रशासन का कोई अनुभव नहीं था। राज्य कच्छ में आए भूकंप के कारण दबाव में था। उन्होंने विकास और पारदर्शिता के लिए बेहतरीन कार्य किया। उनके कार्यकाल में गुजरात में प्रगति हुई।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में स्वतंत्र रक्षा नीति बनी। इससे पहले यह विदेश नीति की छत्रछाया में रहती थी।
उनके नेतृत्व में दोनों को अलग-अलग तौर पर देखा गया और प्रयास किया गया कि ये आपस में न उलझें।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का प्रमुख जोर इस बात पर रहता है कि केंद्र की आर्थिक नीतियों में देश के गरीब से गरीब के विकास पर ध्यान दिया जाए।
गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने आप को देश का प्रधान सेवक कहते हैं। लेकिन उनका मानना है की मोदी देश के अब तक के सबसे सफल प्रधानमंत्री हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की संगठनात्मक कुशलता की प्रशंसा करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि वे देश को प्रगति की ओर ले जा रहे हैं, जहां गरीबी मिटेगी, आर्थिक विकास होगा और राष्ट्रीय सुरक्षा बढ़ेगी।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योजनाएं बनाते वक्त उसके साइज और स्केल को बदल दिया।
अगर पहले किसी योजना में कहा जाता था कि 10 हजार लोगों को पक्का घर देंगे, तो प्रधानमंत्री मोदी ने निर्णय किया कि हम 2022 के पहले सभी को पक्का घर देंगे।
सम्मेलन में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश में मल्टी पार्टी डेमोक्रेटिक सिस्टम होना चाहिए और हर पार्टी की एक विचारधारा होनी चाहिए। भारत की आजादी को 75 वर्ष हो गए हैं।
जब हम आजाद हुए तो हमारे देश की संविधान सभा बनी। संविधान सभा ने मल्टी पार्टी डेमोक्रेटिक सिस्टम को बहुत सोच-समझकर स्वीकार किया। यह उचित फैसला था।