वॉशिंगटन: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने अपने पर्सिवियरेंस रोवर को सफलतापूर्वक जेजेरो क्रेटर पर सफलतापूर्वक लैंड कराया है। यह मंगल ग्रह का एक बेहद दुर्गम इलाका है।
गुरुवार को बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, कैलिफोर्निया में नासा के मिशन कंट्रोल रूप में इंजीनियर उस वक्त जमकर खुश हुए, जब रोवर ने सफलतापूर्वक मंगल ग्रह को छुआ।
मिशन के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर मैट वॉलेस ने कहा, अच्छी खबर तो यह है कि अंतरिक्ष यान सही सलामत है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नासा की इस उपलब्धि पर ट्वीट करते हुए कहा है, नासा और उन सभी को बधाई, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से पर्सिवियरेंस की ऐतिहासिक लैंडिंग को सफल बनाया है।
आज यह फिर से साबित हो गया है कि विज्ञान और अमेरिकी प्रतिभा की ताकत के साथ कुछ भी संभावना से परे नहीं है।
छह पहियों वाले इस रोवर को कम से कम दो साल तक यहीं रखा जाएगा और इस दौरान यह यहां के चट्टानों की ड्रिलिंग करेगा।
जजेरो के बारे में यह सोचा जा रहा है कि यहां अरबों साल पुराना एक विशालकाय झील है और अगर कहीं पानी है, तो वहां जीवन के होने की भी संभावनाएं होती हैं।
सिग्नल द्वारा कंट्रोलर्स को बताया जा रहा है कि पर्सिवियरेंस रात के करीब ढाई बजे सफलतापूर्वक लैंड हो चुका है।
रोवर के लैंड होने के बाद यह पता चला कि यह जजेरो में स्थित एक डेल्टा से 2 किलोमीटर दक्षिणीपूर्व दिशा की ओर लैंड हुआ है, जहां छानबीन करने का प्लान है।
इस मिशन के लिए लीडिंग टीम का नेतृत्व करने वाले एलन चैन ने कहा, हमें एक अच्छी समतल भूमि मिली है। इस सपाट स्थान पर यह केवल 1.2 डिग्री झुका हुआ है।
तो कुल मिलाकर हमने सफलतापूर्वक एक पार्किं ग लॉट ढूंढ़ लिया है, जहां रोवर ने सफलतापूर्वक लैंडिंग की है। मुझे अपनी टीम पर बहुत गर्व है।
यह अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा मंगल ग्रह पर भेजा गया एक ऐसा दूसरा रोवर है, जो एक टन वजनी है।