नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर पत्रकारों एवं मीडियाकर्मियों को फ्रंटलाइन वर्कर का दर्जा देने और उन्हें वैक्सीनेशन अभियान में प्राथमिकता देने की मांग की गई है। याचिका में कोरोना संक्रमण से मृत पत्रकारों के परिजनों को मुआवजा देने की भी मांग की गई है।
वकील विशाल तिवारी ने दायर याचिका में मांग की है कि 2020 और 2021 में मीडिया कवरेज के दौरान कोरोना संक्रमण से मृत पत्रकारों के परिजनों को मुआवजे के तौर पर 20 लाख रुपये दिए जाएं। याचिका में मांग की गई है कि पत्रकारों और उनके परिजनों को आगे सुरक्षा देने के लिए एक विशेष बीमा योजना शुरू की जाए।
याचिकाकर्ता ने कहा है कि वो खुद एक पत्रकार के परिवार से ताल्लुक रखता है।
इसलिए वह पत्रकारिता के पेशे की तकलीफों को समझता है। याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट और विभिन्न हाईकोर्ट का कवर कर मीडिया न्यायिक प्रणाली में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
मीडिया के जरिये ही आम लोग न्यायपालिका के लोकहित से जुड़े फैसलों को जान पाते हैं। ऐसे में पत्रकारों के हित के विषय में फैसला लिया जाना चाहिए।