लखनऊ: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (National Education Policy 2020) के लागू होने के बाद विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले सभी स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों का राज्यभर में एक समान परीक्षा शुल्क होगा। यह निर्णय उत्तर प्रदेश सरकार ने लिया है।
बीए, बी.एससी, बी.कॉम, बीबीए, बीसीए, बीएफए, बीएफए, बी.ईडी, बीपीईडी, बीजेएमसी, बी.बॉयस करने वाले सभी स्नातक छात्रों को प्रति सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए 800 रुपये का भुगतान करना होगा।
एलएलबी, बीएससी कृषि (ऑनर्स), एलएलबी (ऑनर्स), बी.टेक, बीएससी बायोटेक की पढ़ाई करने वाले छात्रों को प्रति सेमेस्टर परीक्षा में 1,000 रुपये का भुगतान करना होगा।
इसके अलावा बीडीएस, नर्सिग, बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी, बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी को हर सेमेस्टर की परीक्षा के लिए 1,500 रुपये देने होंगे। विशेष सचिव उच्च शिक्षा मनोज कुमार (Special Secretary Higher Education Manoj Kumar) ने इस आशय का सकरुलर जारी किया है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत एक समान परीक्षा शुल्क तय किया गया
सर्कुलर में कहा गया है, विशेष सचिव, उच्च शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) की अध्यक्षता में एक 6 सदस्यीय समिति का गठन किया गया था, जिसने सिफारिश की थी कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लागू होने के कारण, सभी स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं होंगी। साल में दो बार ऑड/ईवन सेमेस्टर में आयोजित किया जाता है।
सर्कुलर में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम, 1973 के तहत स्थापित राज्य विश्वविद्यालयों में परीक्षा शुल्क (Examination Fee) में भिन्नता है जो सही नहीं है।
अब राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत पाठ्यक्रमों में सेमेस्टर प्रणाली लागू होने के परिणामस्वरूप एक समान परीक्षा शुल्क तय किया गया है।