नई दिल्ली: राष्ट्रीय महिला आयोग ने बदायूं जिले में हुए सामूहिक दुष्कर्म एवं हत्या के मामले का संज्ञान लिया है।
आयोग ने उत्तर प्रदेश पुलिस से पूछा है कि एफआईआर दर्ज करने में इतना विलंब क्यो हुआ?
इसके अलावा महिला आयोग ने प्रदेश के डीआईजी को चिट्ठी भेजकर इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहा है।
पीड़ित परिवारवालों का आरोप है कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने में देरी की।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने बुधवार को जारी विज्ञप्ति में बताया है कि आयोग की टीम बदायूं में पीड़ित परिवार से मुलाकात करेगी। बदायूं के पुलिस अधीक्षक से मामले की रिपोर्ट मांगी गयी है।
बदायूं जिले की रहने वाली 50 वर्षीय महिला तीन जनवरी की शाम दर्शन करने के लिए मंदिर गई थी।
दो दिन बाद महिला का शव मिला। परिजनों का आरोप है कि जिले की उघैती थाने की पुलिस दो दिनों तक गुमराह करती रही। इस बीच पुलिस ने मंदिर के महंत के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
इसके साथ ही मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में थानाध्यक्ष आरपी सिंह को निलंबित कर दिया गया है।