National Lok Adalat : नेशनल लोक अदालत का उद्घाटन (National Lok Adalat inaugurated) शनिवार को धनबाद के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह डालसा के चेयरमैन राम शर्मा ने किया। इस नेशनल लोक अदालत में रिकार्ड 9 अरब 60 करोड़ रूपए की रिकवरी की गई।
मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह डालसा के चेयरमैन राम शर्मा (Chairman Ram Sharma) ने कहा कि नेशनल लोक अदालत संविधान की परिकल्पना को पूरी करने के दिशा में एक कदम है, नवम्बर 2013 से पूरे देश में नेशनल लोक अदालत का आयोजन हर तीन माह मे किया जा रहा है। हमारा संविधान हर लोगों को सामाजीक, आर्थिक एवं सस्ता सुलभ न्याय की गारंटी देता है।
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी आरती माला ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत आम आदमी के हित के लिये लगाये जाते हैं। बिना प्रशासनिक सहयोग के हम समाज तक न्याय नहीं पहुंचा सकते।
लोक अदालत में महीनों कोर्ट का चक्कर लगाने और पैसे की बर्बादी से बचा जा सकता है। इससे लोगों को मानसिक शांति भी मिलती है।
साथ ही प्रेम और सौहार्द आपस में फिर से बन जाता है। लोगों मे प्रेम, शाति, समृद्धि और समरसता बनी रहे यही इस लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य है।
90 हजार प्रिलेटिगेसन मामलों का निपटारा किया गया
अवर न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार राकेश रोशन (Rakesh Roshan) ने कहा कि लोक अदालत के माध्यम से व्यापक पैमाने पर मुकदमों का निष्पादन किया जा रहा है।
जिसमें समय की बचत के साथ-साथ वादकारियों को विभिन्न कानूनी पचड़ों से मुक्ति मिल रही है। शुरूआती चार घंटे में एक लाख सात हजार विवादों का निपटारा मुकदमो के निपटारे के लिए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के आदेश पर 12 बेंच का गठन किया गया है। जिनके द्वारा विभिन्न तरह के सुलहनीय विवादों का निपटारा किया गया।
इस बाबत जानकारी देते हुए अवर न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार राकेश रोशन एवं मुख्य न्यायाधीश दंडाधिकारी आरती माला ने बताया कि नेशनल लोक अदालत में शुरूआत के केवल चार घंटे मे ही 17 हजार Civil Court मे लंबित विवादों का रिकॉर्ड निपटारा कर दिया गया। वहीं विभिन्न विभागों से संबंधित 90 हजार प्रिलेटिगेसन मामलों का निपटारा किया गया।