नई दिल्ली: राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी को कुरान मजीद का अनादर करने के खिलाफ नोटिस भेजा है।
आयोग ने इस सम्बंध में शिकायतें मिलने के बाद उन्हें नोटिस जारी किया है। आयोग का मानना है कि वसीम रिजवी की तरफ से क़ुरान मजीद के सम्बन्ध में दिए गए बयानों से देश का सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने का खतरा बढ़ गया है।
इसलिए आयोग ने रिजवी से अपने विवादित बयानों को वापस लेने का निर्देश जारी किया है।
आयोग के उपाध्यक्ष आतिफ रशीद ने बताया कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को रिजवी के खिलाफ चार शिकायतें प्राप्त हुई थीं।
इन शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए आयोग ने वसीम रिजवी को नोटिस जारी किया है और उनसे अपने विवादित बयान को 21 दिनों के अंदर वापस लेने के लिए कहा है।
आयोग के उपाध्यक्ष का कहना है कि अगर वसीम रिजवी 21 दिनों के भीतर कुरान मजीद पर दिए गए अपने बयान को वापस नहीं लेते हैं तो आयोग उनके खिलाफ बाकायदा सुनवाई शुरू करेगा और जरूरत पड़ी तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी करेगा।
आयोग को शिकायत देने वालों में अब्दुल माजिद निजामी, अली रज़ा ज़ैदी, मोहम्मद फैजान चौधरी, मौलाना सैयद नज़र अब्बास का कहना है कि वसीम रिजवी के कुरान मजीद से सम्बंधित दिए गए हालिया बयानों से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है।
रिजवी के बयान से देश का सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने का खतरा बढ़ गया है।
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि इस तरह के बेबुनियाद बयानों से देश में रह रहे सभी धर्मों और समुदायों के बीच आपसी टकराव जैसी स्थिति पैदा हो जाती है, जिसकी वजह से देश का अमन और चैन बिगड़ने का खतरा बढ़ जाता है।
इसलिए आयोग को वसीम रिजवी के खिलाफ सख्त कदम उठाना चाहिए।