नई दिल्ली: कोरोना के एक बार फिर से बढ़ रहे केसों ने चिंताएं बढ़ा दी हैं।
फिलहाल केरल और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा केस मिल रहे हैं और केंद्र सरकार ने दोनों राज्यों को नाइट कर्फ्यू लगाने पर विचार करने की सलाह दी है।
शुक्रवार को एक बार फिर से 44 हजार से ज्यादा कोरोना केस मिले हैं।
इससे पहले गुरुवार को भी 46 हजार से मामले सामने आए थे।
इस महीने के मध्य में कोरोना के नए केसों का आंकड़ा 25,166 ही रह गई थी, जो 5 महीनों का निचला स्तर था।
लेकिन बाद उसके बाद एक बार फिर इजाफा देखने को मिला है।
खासतौर पर बीते तीन दिनों कोरोना के केसों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
खासतौर पर केरल में ज्यादा संकट देखने को मिल रहा है, जहां हाल ही में बकरीद और ओणम जैसे त्योहारों पर ढील दी गई थी।
कोरोना के बढ़ते केसों को लेकर गुरुवार को केंद्रीय गृह सचिव ने महाराष्ट्र और केरल के अफसरों के साथ मीटिंग की थी।
इस मीटिंग के दौरान होम सेक्रेटरी ने राज्यों से पूछा कि आखिर कैसे हम उन इलाकों में कोरोना पर लगाम लगा सकते हैं, जहां केस ज्यादा मिल रहे हैं।
उन्होंने दोनों राज्यों को कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, वैक्सीनेशन ड्राइव तेज करने और कोरोना के नियमों का पालन करने की सलाह दी।
इसके अलावा दोनों राज्य सरकारों से उन्होंने नाइट कर्फ्यू लगाने की संभावना पर भी विचार करने को कहा है।
गृह सचिव ने केरल और महाराष्ट्र सरकारों से कहा कि वे टीकाकरण के अभियान में तेजी लाएं और यदि वैक्सीन की कमी होती है तो उसकी मांग करें।
होम सेक्रेटरी ने कहा कि भले ही टीकाकरण का अभियान तेजी पर है और बड़ी संख्या में लोगों को दोनों टीके लग चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी कोरोना के नियमों का पालन होना चाहिए।
केंद्र सरकार ने आने वाले फेस्टिव सीजन के दौरान नियमों का पालन करने की नसीहत दी है।
केंद्र ने राज्यों से कहा है कि वे सामाजिक कार्यक्रमों पर रोक लगाएं और फेस्टिवल के दौरान भी भीड़भाड़ न जुटने दें।
यदि आने वाले दिनों में कोरोना के केसों में और इजाफा होता है तो एक बार फिर से पाबंदियों के दिन वापस लौट सकते हैं।