नई दिल्ली: केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर मंत्रालय में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को तंबाकू का सेवन नहीं करने शपथ दिलाई।
सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि भारत में हर वर्ष तंबाकू व धूम्रपान करने वाले 13 लाख लोगों की मौत हो जाती है। यानि रोजाना 3,500 लोगों की मौत धूम्रपान करने से हो रही है।
उन्होंने बताया कि पिछले वर्षों में हुए अध्ययन से पता चलता है कि देश में तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों में 6 प्रतिशत की कमी आई है।
देश में पहले 43.6 प्रतिशत लोग तंबाकू का सेवन करते थे जिसकी संख्या घटकर 28.6 प्रतिशत हो गई।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि तंबाकू व धूम्रपान करने वाले लोगों को कोरोना के कारण घातक परिणामों का 40-50 प्रतिशत ज्यादा जोखिम होता है। इसमें मौत भी शामिल है।
इससे सिर्फ फेफड़े, दिल की बीमारियों और कैंसर जैसी बीमारियां ही नहीं बल्कि शरीर के हर भाग पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है।