मुंबई: कोरोना महामारी के चलते देश के करीब 37 हजार ब्रैंडेड होटल बंद पड़े हैं जिससे होटल मालिकों को लाखों का नुकसान हो रहा है। इसलिए ये सारे होटल बिकने के कगार पर पहुंच गए हैं।
होटल एसोसिएशन ऑफ इण्डिया के आंकड़ों के मुताबिक देश में कुल डेढ़ लाख ब्रांडेड होटल हैं जिनमें से करीब 25 प्रतिशत होटलों (करीब 37 हजार) पर बंद होने का संकट मंडरा रहा है।
हालांकि इन होटलों में से कई होटल बहुत सस्ते और आकर्षक कीमतों पर बिकने को तैयार हैं लेकिन उन्हें खरीदार नहीं मिल पा रहे क्योंकि होटल इंडस्ट्री की जिन बड़ी चेन्स द्वारा ऐसे होटलों को खरीदे जाने की उम्मीद है, वह खुद आर्थिक संकट से जूझ रही हैं और उनके सामने पहले अपने बिजनेस को पटरी पर लाने की चुनौती है।
कोरोना के कारण लोगों द्वारा ट्रैवल कम किया जा रहा है और दूसरी लहर के दौरान मई महीने में होटलों क एवरेज डेली रेट 16 से 18 प्रतिशत कम हो कर 3100 से 3300 रुपए रह गया है।
इंटर ग्लोब होटल जैसी बड़े होटल बनाने और चलाने वाली चेन भी फिलहाल छोटे होटलों की खरीद के लिए जल्दबाजी में नहीं है कंपनी के सी.ई.ओ. जे.बी. सिंह का कहना है कि उन्हें हर महीने चार से पांच होटलों को खरीदने के प्रस्ताव आ रहे हैं लेकिन वह इन प्रस्तावों को हरी झंडी नहीं दे रहे क्योंकि उन्हें फिलहाल इसके लिए समय सही नहीं लग रहा।
इंडस्ट्री जानकारों का मानना है कि इन सस्ते होटलों को खरीदने में हाई नैट वर्थ इन्वेस्टर और बड़े फंड रुचि दिखा सकते हैं।
फिलहाल हर व्यक्ति स्थिति का आकलन कर रहा है और इंतजार कर रहा है और बंद पड़े होटलों के सौदे शुरू होने के लिए तीन माह तक का समय लग सकता है क्योंकि यह सौदे तीन महीने के बाद की स्थिति पर निर्भर करेंगे।