नई दिल्ली: महामारी कोरोना के घातक वायरस से का दंश झेल चुके देश की जनता को केंद्र सरकार ने बड़ी राहत दी है।
सरकार के इस फैसले के बाद अलग-अलग बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली 39 तरह की दवाओं की कीमत अब कम हो जाएगी।
दरअसल, केंद्र सरकार ने इन्हें आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (एनएलईएम) में शामिल कर लिया है।
इनमें कोरोना से लेकर कैंसर, डायबिटीज और टीबी जैसी बीमारियों के इलाज में काम आने वाली दवाइयां शामिल हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) में एक कार्यक्रम में कहा कि उन्होंने एनएलईएम की संशोधित सूची जारी की है।
आईसीएमआर दवाओं पर मूल्य नियंत्रण बढ़ाने पर काम कर रहा है। एनएलईएम के तहत सूचीबद्ध दवाएं और उपकरण राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) द्वारा निर्धारित कीमतों पर बेचे जाने चाहिए।
हालांकि, सामान्य तंत्र से हटकर प्रस्तावित सूची को एनपीपीए को भेजे जाने से पहले दूसरी समिति द्वारा जांच की जाएगी।
यही नहीं, पहले से शामिल 16 दवाओं को इस लिस्ट से बाहर कर दिया गया है।
इससे उनकी कीमतों में इजाफा हो सकता है। बता दें कि दवाओं के उपयोग में आए बदलाव को देखकर भी उन्हें लिस्ट से हटाया जाता है।
साथ ही यह भी तय करना होता है कि यह सूची बहुत लंबी नहीं हो। एनएलईएम 2021 में अब 399 आवश्यक दवाओं के नाम मौजूद हैं। यह वर्तमान में प्रत्यक्ष मूल्य नियंत्रण में हैं।
इसका मतलब इस लिस्ट में आने वाली सभी दवाइयों पर सरकार की ओर से प्राइस कैप है जिससे कि कम कीमत पर इन दवाओं को मरीजों को उपलब्ध कराया जा सके।