अपने आप को भगवान मानने वाले को जनता ने दिया अच्छा सबक: संजय सिंह

Central Desk

AAP Leader Sanjay Singh : ‘AAP’ के नेता संजय सिंह (Sanjay Singh) ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आ रहे हैं और कई तरह के संदेश भी दे रहे हैं।

सबसे बड़ा संदेश जनता ने दिया है कि BJP के 10 साल के शासन से लोग दुखी हैं, परेशान हैं और इस सरकार को हटाना चाहते हैं। लोग बेरोजगारी, तानाशाही और महंगाई से दुखी हैं।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से इस चुनाव में धनबल का इस्तेमाल किया गया, ED और CBI का दुरुपयोग किया गया, Income TAX का इस्तेमाल किया गया, पुलिस का इस्तेमाल किया गया, हमारी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल को पकड़कर जेल में डाल दिया गया, हमारे नेता मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को भी जेल में डाला गया है। पूरे चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की गई है।

संजय सिंह ने कहा कि जो नतीजे सामने आ रहे हैं, उसमें BJP को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। पिछले चुनाव की तुलना में BJP को करीब 60 सीटों का नुकसान हुआ है। प्रधानमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि उन्होंने 400 पार का नारा दिया था।

लेकिन, देश की जनता यह समझ गई कि BJP को 400 चाहिए संविधान को बदलने के लिए, यह 400 चाहिए आरक्षण को खत्म करने के लिए, इसलिए देश की जनता ने यह अंजाम दिया है। मैं इस देश की महान जनता को बधाई देना चाहता हूं कि उन्होंने Exit Poll को बदल दिया।

उन्होंने कहा कि PM मोदी खुद को भगवान से ऊपर मानने लगे। उन्हें खुद पर इतना अहंकार हो गया कि वह राम को लाने का दावा करने लगे। उनकी पार्टी के लोग जगन्नाथ भगवान को उनके भक्त बताने लगे। जनता ने इसलिए उन्हें एक अच्छा सबक दिया है। जनता ने यह बताया है कि इस देश में तानाशाही नहीं चलेगी।

आप नेता गोपाल राय ने कहा कि सात चरणों में जिस तरीके से जनता ने वोट किया था, उससे यह मैसेज पूरी तरीके से साफ हो गया था। लेकिन, फिर भी देशभर की मीडिया चैनल को मैनेज किया गया। एग्जिट पोल के जरिए लोगों पर मानसिक रूप से दबाव देने की कोशिश की गई।

हमारे पंजाब से सांसदों की संख्या सदन में बढ़ने जा रही है। दिल्ली में जिस तरीके से Arvind Kejriwal को पकड़कर जेल में डाला गया ताकि वह पार्टी ना चला पाएं, फिर भी कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत कर पार्टी को मजबूत बनाया।

उन्होंने कहा कि NDA गठबंधन में दो मजबूत पार्टियां हैं। एक आंध्र प्रदेश में TDP है, जिसमें चंद्रबाबू नायडू हैं, जिन्होंने 2019 में प्रधानमंत्री के खिलाफ पूरे देश के नेताओं को एकजुट किया था। दूसरी तरफ नीतीश कुमार हैं, जिन्होंने BJP के खिलाफ मोर्चा खोला था। इनसे जनता को बड़ी उम्मीदें हैं।