NCP not Join Modi Government : रविवार को नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के शपथ ग्रहण समारोह (Oath Taking Ceremony) से उनके सहयोगी पार्टी NCP अजीत पवार (Ajeet Pawar) गुट ने अपने को अलग कर लिया।
उसने राज्य मंत्री (State Minister) का पद ठुकरा कर नए राजनीतिक समीकरण की ओर संकेत किया है।
जानकारी के अनुसार,मंत्रिमंडल में अजीत गुट से प्रफुल्ल पटेल (Praful Patel) को स्वतंत्र प्रभार का मंत्री बनाने का ऑफर था।
लेकिन, उन्होंने ऑफर यह कहते हुए ठुकरा दिया कि वे पहले कैबिनेट मंत्री (Cabinet Minister) रहे हैं और स्वतंत्र प्रभार स्वीकार करना उनके लिए डिमोशन होगा।
अब अपना पद गिराना नहीं चाहता
माना जा रहा है कि उचित महत्व नहीं मिलने से राजग सहयोगी अजित पवार की पार्टी राकांपा नाराज है। हालांकि, प्रफुल्ल ने राजग में किसी तरह के मतभेद से इनकार किया है।
राकांपा नेता पटेल ने कहा कि उनको भाजपा ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का ऑफर दिया था, उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया। मैं पहले कैबिनेट मंत्री रह चुका हूं, इसलिए अब अपना पद गिराना नहीं चाहता। ये उनका डिमोशन होगा।
प्रफुल्ल UPA सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि आज हमारे पास एक लोकसभा और एक राज्यसभा सांसद हैं, लेकिन अगले 2-3 महीनों में हमारे पास राज्यसभा में कुल 3 सदस्य होंगे।
संसद में सांसदों की संख्या 4 होगी, इसलिए हमने कहा कि हमें एक (कैबिनेट मंत्रालय) सीट दी जानी चाहिए।
शरद गुट के संपर्क में कई नेता
इस बीच लोकसभा चुनाव के बाद से महाराष्ट्र में कई तरह की हलचल चल रही है। राकांपा शरद पवार गुट की ताकत बढ़ने के बाद अजित गुट के कई नेता उनके संपर्क में बताए जाते हैं।
सीनियर पवार काफी सक्रिय हैं और माना का रहा है कि इसका असर आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा। अजित पवार गुट लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद से बैकफुट पर है।
पवार परिवार में भी कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। इसी तरह शिवसेना के दोनों धड़ों को लेकर भी अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र में इसी साल चुनाव है और उसके पहले कई नए सियासी समीकरण राज्य की राजनीति में देखने को मिल सकते हैं।