Woman Sues company over AstraZeneca vaccine: एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) की कोरोनारोधी वैक्सीन के खिलाफ एक और महिला ने मुकदमा कर दिया है।
महिला का कहना है कि Clinical Trial के दौरान दी गई वैक्सीन ने उन्हें पूरी तरह से डिसेबल या अक्षम बना दिया है। अब उनका शरीर पहले की तरह काम नहीं कर रहा है।
उन्होंने कंपनी पर Medical Care मुहैया नहीं कराने के आरोप लगाए हैं। खास बात है कि ब्रिटेन में पहले ही 50 से ज्यादा लोग AstraZeneca के खिलाफ मुकदमा कर चुके हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, ब्राए ड्रेसेन अमेरिका में हुए एस्ट्राजेनेका कोविड वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल में शामिल हुईं थीं। उन्होंने बताया कि 2020 में ट्रायल में शामिल होने के बाद उन्हें गंभीर Neurological परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
खास बात है कि अमेरिका में Britain की वैक्सीन का ट्रायल हुआ था, लेकिन इस्तेमाल के लिए मंजूरी नहीं मिली थी। Dressen का दावा है कि उन्होंने कंपनी के साथ एग्रीमेंट किया था, जिसमें वादा किया गया था कि रिसर्च के चलते चोटों के इलाज के लिए भुगतान कंपनी करेगी। बशर्ते लागत उचित हों और चोट खुद की वजह से न लगी हो।
महिला का कहना है कि नवंबर 2020 में Vaccine लेने के बाद उनके पूरे शरीर में चुभन महसूस होने लगी। इसके बाद भी एस्ट्राजेनेका ने उनके इलाज में आए खर्च का भुगतान नहीं किया।
उन्होंने बताया कि Peripheral Neuropathy से पीड़ित होने के बाद वह काम नहीं कर पा रही थीं। ऐसा उन्होंने हर समय महसूस होता था।
ड्रेसेन ने कहा, इसकी वजह से नौकरी चली गई और अभी तक अक्षम हूं। उन्होंने कहा, मुझे अब भी मेरे शरीर में सिर से लेकर पैर तक 24 घंटे, सातों दिन पूरे शरीर में सुई और चुभन का बुरा सपना आता है।
रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि Vaccine लेने के बाद वह कई बार अस्पताल में भर्ती हुईं, जिसके चलते बिल हजारों डॉलर तक पहुंच गया।
Dressen ने यह भी बताया कि उन्होंने एक छोटे से भुगतान से भी इंकार कर दिया था, जिसका असर उनके मुकदमे पर हो सकता था।
यूटा के एक कोर्ट में दाखिल उनकी शिकायत में कहा है कि महिला काम नहीं कर सकती, किसी खेल में भाग नहीं ले सकती, पहले की तरह बच्चों की परवरिश नहीं कर सकती और कुछ दूरी से ज्यादा वाहन भी नहीं चला सकती। उसके शरीर की यह पूरी स्थिति की जिम्मेदार वैक्सीन बनाने वाली कंपनी है।