कोलकाता: पश्चिम बंगाल में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। यहां उपचुनाव से पहले सबको चकित करते हुए आसनसोल से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने उन्हें पार्टी का झंडा थमाया।
शनिवार को बाबुल सुप्रियो के तृणमूल में शामिल होने के दौरान अभिषेक बनर्जी के साथ तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन भी मौजूद थे।
बाबुल सुप्रियो के तृणमूल में शामिल होने की आधिकारिक सूचना तृणमूल कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से दी गई है।
पार्टी ने उनके तृणमूल में शामिल होने की तस्वीरें जारी की हैं। उसके बाद राज्यभर में राजनीतिक हलचल मची हुई है।
चुनावी हिंसा से लेकर हर छोटी बड़ी बात पर सीधे तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस पर हमलावर रहने वाले बाबुल सुप्रियो के तृणमूल में शामिल होने के बारे में किसी ने भी नहीं सोचा था।
बंगाल में 30 सितंबर को होने वाले उपचुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को यह बड़ा झटका माना जा रहा है।
इस बार अप्रैल-मई महीने में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में बाबुल सुप्रियो को भाजपा ने टालीगंज से उम्मीदवार बनाया था लेकिन वह हार गए थे।
बावजूद इसके वह जमीन पर लड़ना नहीं छोड़े थे और लगातार पार्टी कार्यकर्ताओं के पक्ष में ममता बनर्जी पर हमलावर रहते थे।
यहां तक कि जब भवानीपुर विधानसभा से ममता के खिलाफ उन्हीं की पूर्व अधिवक्ता प्रियंका टिबरेवाल को उम्मीदवार बनाया गया तो वह खुशी से फूले नहीं समाए थे।
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल से बाबुल सुप्रियो को हटा दिया गया था जिसके बाद निराश होकर उन्होंने भाजपा की सदस्यता छोड़ दी थी और सांसद पद छोड़ने की भी घोषणा की थी।
हालांकि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक के बाद उन्होंने आश्वस्त किया था कि वह सांसद का पद नहीं छोड़ेंगे।