लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में अल्पसंख्यकों को रिझाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तेजी से जुटी है।
भाजपा सरकार में इस वर्ग के लिए हुए कार्यों के जरिए मैदान तैयार कर रहे हैं। पार्टी को लगता है कि अल्पसंख्यकों के लिए उसने सबसे ज्यादा योजनाएं लागू की हैं, जिनका प्रचार और प्रभावी ढंग से हो जाए तो सत्ता पाने में आसानी रहेगी।
अल्पसंख्यक की टीम बनाने के बाद भाजपा मोदी और योगी सरकार की उपलब्धि बताने के लिए तकरीबन 44 हजार लोगों की पूरी फौज उतारने जा रही है।
इसके अलावा पढ़े लिखे, डाक्टर, इंजीनियर, विचारकों के माध्यम से अल्पसंख्यक प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन भी सितंबर से करवाने की तैयारी है।
मुस्लिम वोटों को रिझाने के लिए विपक्षी जहां तरह-तरह के जतन में लगे हुए हैं। ऐसे में भाजपा ने सबका साथ सबका विकास के ध्येय वाक्य के जारिए इस वोट बैंक को अपने लाने की रणनीति बना रही है।
राज्य में तकरीब दर्जनों सीट ऐसी हैं जहां मुस्लिम वोटर निर्णायक भूमिका में रहते हैं। ऐसे में यहां सियासी तौर से इन्हें साधना महत्वपूर्ण होता है।
पश्चिमी यूपी में बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, बिजनौर, अमरोहा, मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, आसपास के जनपदों में मुसलमान निर्णायक भूमिका में हैं।
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महामंत्री दानिश आजाद कहते हैं कि, मुस्लिमों को अभी तक के सत्ताधारी दलों ने टूल्स की तरह इस्तेमाल किया है।
भाजपा ही ऐसी पार्टी जिसने सबका साथ सबका विकास का नारा देकर सभी की भलाई के लिए आगे आयी है।
ऐसी कई योजनाएं हैं जिनका लाभ लेकर अल्पसंख्यक वर्ग तरक्की की राह पर चल रहा है।
उन्हांेने बताया कि पार्टी सभी 75 जिलों में अगले माह से अल्पसंख्यक प्रबुद्ध सम्मेलन करवाएगी।
इसमें इंजीनियर, शिक्षक, डाक्टर के अलावा अन्य लोगों को शामिल किया जाएगा। जो कि अल्पसंख्यकों के बीच भाजपा के प्रति बनाई गयी भ्रान्तियों को दूर करेगी।
क्योंकि विपक्षी दलों ने साजिश के तहत भाजपा के खिलाफ मुसमलानों को बरगला रखा है।
ऐसे में हम मुसमलानों को बताएंगे। भाजपा उनके हितों की रक्षा के लिए कैसे काम कर रही है।
दनिश आजाद ने बताया कि इसके अलावा चुनाव से ठीक पहले यूपी में एक बड़ा सम्मलेन प्रदेश स्तर पर किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पढ़े लिखे लोगों के बीच पार्टी की नीतियों और अल्पसंख्यक के हितों में चलाई जा रही योजनाओं की चर्चा करेंगे तो उन्हें जल्दी समझ में आएगा।
मुसलमानों का पढ़ा लिखा तबका विकास कार्यों और तथ्यों के आधार पर बात करता है, जिन्हें आसानी से हम समझा सकते हैं।
आजाद ने बताया कि इसके अलावा संगठन की ²ष्टि से हमारा मोर्चा मंडल से लेकर प्रदेश स्तर तक टीम बन रहा है।
इस टीम में करीब 44 हजार लोग सरकार की योजनाओं और नीतियों को घर-घर तक पहुंचाने का काम करेंगे।
उन्होंने बताया कि संगठन की ²ष्टि से 98 जिले हैं। हर जिले में 31 लोगों की टीम बनेंगी। 1918 मंडल में 21 की टीम बनेगी।
इसके अलावा 26 पदाधिकारी और 26 की कार्यसमिति की टीम बनेगी। 6 क्षेत्रों में 31-31 कार्यसमिति और पदाधिकारी की टीम है।
ऐसे मिलकार तकरीबन 44 हजार लोग पहुंच रहे हैं। यह लोग घर-घर जाएंगे सरकार की योजनाओं के बारे में लोगों को रूबरू कराएंगे।