नई दिल्ली: अगले साल पांच प्रमुख राज्यों में विधानसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी चुनाव प्रभारियों की जल्द नियुक्ति कर सकती है।
यह जानकारी पार्टी सूत्रों ने दी है। चुनाव प्रभारियों के निर्देशन में भाजपा पूरी कैंपेनिंग चलाएगी।
प्रभारी के साथ सहप्रभारियों की भी नियुक्ति होगी। उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में कई सह प्रभारी नियुक्त हो सकते हैं।
अगले वर्ष उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गुजरात और गोवा जैसे पांच प्रमुख राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं।
फिलहाल, राज्य प्रभारियों के मार्गदर्शन में इन राज्यों में चुनावी तैयारियों में भाजपा जुटी है।
सूत्रों का कहना है कि कुछ समय बाद अलग से हर राज्य के लिए चुनाव प्रभारी और सह प्रभारी नियुक्त होंगे।
सिंतबर से अक्टूबर के बीच यह नियुक्ति हो सकती है। पार्टी हर राज्य के समीकरणों के हिसाब से योग्य चेहरों को चुनाव प्रभारी बनाने के लिए मंथन करने में जुटी है।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि हर राज्य के लिए एक कैबिनेट मंत्री को चुनाव प्रभारी के तौर पर मोर्चे पर लगाया जा सकता है।
इसी तरह संगठन से जुड़े पदाधिकारियों को भी प्रभारी और सह प्रभारी की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
उत्तर प्रदेश में इस वक्त राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधा मोहन सिंह बतौर राज्य प्रभारी चुनावी तैयारियों को देख रहे हैं।
ऐसे में अलग से चुनाव प्रभारी की नियुक्ति से पार्टी को तैयारियों को धार देने में आसानी होगी। भाजपा हर राज्य में दो तरह के प्रभारी नियुक्त करती है।
एक प्रभारी के पास हमेशा के लिए राज्य का संगठनात्मक जिम्मेदारी होती है और दूसरा प्रभारी सिर्फ चुनावी गतिविधियों को देखने के लिए बनाया जाता है।
भारतीय जनता पार्टी के लिए वर्ष 2022 काफी महत्वपूर्ण है। क्योंकि पांच में से चार राज्यों में भाजपा की ही सरकार है। ऐसे में इन राज्यों में फिर से सत्ता वापसी करने की पार्टी के सामने चुनौती है।
पंजाब को छोड़कर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और गुजरात में भाजपा की ही सरकार है। ऐसे में भाजपा ने वर्ष 2022 के लिए तैयारियां तेज कर दीं हैं।