लखनऊ: यूपी में ब्लैक फंगस महामारी घोषित कर दिया है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस महामारी से पीड़ितों के समुचित इलाज तथा इसकी दवा की पर्याप्त उपलब्धता सुनिष्चित करने के निर्देष अधिकारियों को दिए हैं।
प्रदेष में अब तक ब्लैक फंगस के करीब 300 रोगी विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हुए हैं।
कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित अधिकारियों की टीम-9 की बैठक में शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पोस्ट कोविड अवस्था में ब्लैक फंगस के संक्रमण की समस्या तेजी से बढ़ रही है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के परामर्श के अनुरूप प्रदेश सरकार सभी मरीजों के समुचित चिकित्सकीय उपचार की व्यवस्था कर रही है।
केंद्र सरकार के निर्देशों के क्रम में कोविड की तर्ज पर ब्लैक फंगस को भी महामारी घोषित किया जाए।
इस संबंध में आदेश आज ही जारी कर प्रभावी करा दिया जाए।
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अब तक ब्लैक फंगस से करीब 300 रोगी विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हो चुके हैं।
लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक ब्लैक फंगस के यहां 73 रोगी भर्ती हुये हैं। जिनमें 23 रोगी पिछले 24 घंटे में भर्ती हुए हैं।
सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि इसकी दवा की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाये। बयान के मुताबिक श्श्अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि ब्लैक फंगस के उपचार की दवायें हर जनपद में उपलब्ध करा दी गयी है।
निजी अस्पतालों में इस बीमारी का इलाज करा रहे रोगी भी संबंधित मंडलायुक्त को प्रार्थनापत्र देकर दवा प्राप्त कर सकते हैं।
प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों, मेडिकल कालेजों तथा निजी अस्पतालों में ब्लैक फंगस उपचार करा रहे रोगियों की पूरी केस हिस्ट्री तथा लाइन आफ ट्रीटमेंट की जानकारी प्राप्त कर विशेषज्ञों को उपलब्ध कराई जा रही है।