कोलकाता मर्डर केस में CBI फूंक-फूंक कर रख रही कदम

कोलकाता के आरजी अस्पताल मर्डर केस में CBI फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। दरिंदे संजय रॉय को लेकर CBI काफी सतर्क है। दरिंदे रॉय के खिलाफ लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है।

Digital Desk

Kolkata Rape And Murder case : कोलकाता के आरजी अस्पताल मर्डर केस में CBI फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। दरिंदे संजय रॉय को लेकर CBI काफी सतर्क है। दरिंदे रॉय के खिलाफ लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है।

इसकारण दरिंदे को अदालत में पेश करने के लिए भी CBI को माथापच्ची करनी पड़ रही है। सीबीआई को डर है कि अदालत में पेशी के दौरान दरिंदा संजय रॉय गुस्साई भीड़ के हत्थे न चढ़ जाए।

इसकारण CBI हर संभावित समाधानों पर विचार कर रही है। दरअसल CBI को डर हैं कि अक्कू यादव कांड फिर ना हो जाए।

दरअसल अक्कू यादव कांड आज से 20 साल पुराना कांड है। अक्कू यादव कोई छोटा-मोटा अपराधी नहीं था। अक्कू सीरियल किलर और रेपिस्ट था। अक्कू ने 40 से अधिक महिलाओं का रेप किया था। अक्कू नागपुर के कस्तूरबा नगर स्लम का रहने वाला था। अक्कू ने सालों तक अपने स्लम एरिया की महिलाओं का रेप किया। अक्कू ने 10 साल की उम्र से लेकर अधेड़ उम्र की महिलाओं को हवस का शिकार बनाया। उसके खिलाफ कोई बोलने को तैयार नहीं होता था।

मगर अगस्त 2004 में उसके साथ वह हुआ, जिसकी गूंज सालों तक सुनाई दी। उसके ऊपर वेबसीरीज तक बन गई। जी हां, 13 अगस्त 2004 को जब अक्कू को Court में पेश किया गया, तब वह उसका आखिरी दिन था। कोर्ट रूम में महिलाओं की खचाखच भीड़ थी। जैसे ही दरिंदा अक्कू दिखा, महिलाओं ने कानून को अपने हाथों में लिया। महिलाओं ने एक साथ पुलिसवालों और अक्कू के चेहरे पर लाल मिर्च पाउडर फेंकना शुरू किया।

फिर पुलिस की गिरफ्त से अक्कू को अपने बीच कर लिया। गुस्साई महिलाओं की भीड़ के सामने पुलिस भी खौफजदा रह गई। इसके बाद महिलाओं ने अक्कू यादव पर चाकू और पत्थर से ताबड़तोड़ वार किए गए। तब तक वार किए, जब तक कि अक्कू मर न गया। 15 मिनट में ही कोर्ट रूम की सफेद मार्बल वाली फर्श लाल हो चुकी थी और दीवार पर खून ही खून के छींटे थे।