नई दिल्ली: कोरोना के तीसरी लहर के बच्चों के लिए ज्यादा घातक होने की खबरों के बीच एक अच्छी खबर यह है कि बच्चों के लिए भी देश में जल्द वैक्सीन उपलब्ध हो सकती है।
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को संकेत दिए हैं कि बच्चों के लिए कोरोना टीका इसी महीने आ सकता है।
सरकार के मुताबिक, जायडस कैडिला के टीके को जल्द मंजूरी दी जा सकती है, जिसके परीक्षण 12-18 साल की आयु के बच्चों पर भी हुए हैं।
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि अभी कोवैक्सीन के बच्चों पर परीक्षण शुरू हुए हैं, लेकिन उसके पूरे होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा, क्योंकि परीक्षण प्रतिरोधक क्षमता के होते हैं।
जबकि जायडस कैडिला के टीके के परीक्षण बच्चों पर हो चुके हैं। उम्मीद है कि अगले दो सप्ताह में वह लाइसेंस के लिए आ सकती है।
टीके को मंजूरी देते समय इसे बच्चों को देने पर भी निर्णय लिया जा सकता है। जायडस कैडिला की वैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण पूरे चुके हैं।
इसके परीक्षण में 800-100 बच्चे भी शामिल हैं, जिनकी उम्र 12-18 साल के बीच है। इसलिए इस टीके को 12-18 साल के आयु वर्ग के बच्चों के लिए भी मंजूरी मिलने के प्रबल आसार हैं और पॉल ने भी ऐसे संकेत दिए हैं।
हालांकि, अंतिम फैसला एक विशेषज्ञ समूह परीक्षण के आंकड़ों के आधार पर करता है। यदि दो सप्ताह के भीतर वह लाइसेंस के लिए आवेदन करता है तो मुश्किल से एक सप्ताह और मंजूरी की प्रक्रिया में लगेगा।
यानी इसी महीने टीका उपलब्ध हो सकता है। कैडिला का टीका तीन खुराक वाला है। यह त्वचा में दिया जाने वाला इंट्राडर्मल टीका है।
इसे इंजेक्शन के जरिये नहीं दिया जाता है, बल्कि एक अलग डिवाइस से चमड़ी में डाला जाता है। इसलिए बच्चों के लिए यह टीका ज्यादा उपयोगी होगा।
अगले चरण में कैडिला इसका परीक्षण 12 साल से छोटे उम्र के बच्चों पर भी करेगा। टीके को केंद्र सरकार के नेशनल बॉयोफॉर्मा मिशन के तहत सहायता दी गई है।
कैडिला के प्रवक्ता ने कहा कि टीके के तीनों चरण के परीक्षण पूरे हो चुके हैं तथा आंकड़े एकत्र किए जा रहे हैं। उसके बाद मंजूरी के लिए ड्रग कंट्रोलर को आवेदन किया जाएगा।