लक्षण दिखने से पहले ही डेल्टा मरीजों से फैल रहा कोरोना संक्रमण

Newswrap

नई दिल्ली: डेल्टा वेरिएंट ज्यादा संक्रामक है, यह तो कोरोना की दूसरी लहर में ही स्पष्ट हो गया था। लेकिन इसके संक्रमण को लेकर नई जानकारी यह सामने आई है कि लक्षण दिखने से दो दिन पहले ही वायरस दूसरे व्यक्ति में भी फैलना शुरू हो जाता है।

वैज्ञानिक अध्ययन में दावा किया गया है कि डेल्टा के 74 फीसदी संक्रमण लक्षण दिखने से पहले ही फैल गए थे। नेचर में प्रकाशित एक शोध रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।

अध्ययन से जुड़े हांगकांग यूनिवर्सिटी के एपिडेमोलाजिस्ट बेंजामिन काउलिंग ने कहा कि इसका अर्थ यह है कि ऐसे संक्रमण को रोक पाना बेहद मुश्किल है।

संभवत इसी कारण कई देशों में यह बीमारी बहुत तेजी से फैली। कोविड को लेकर अब तक हुए अध्ययनों में दावा किया गया था कि संक्रमित में लक्षण विकसित होने के बाद यह दूसरे को फैलता है।

दूसरे, यदि कोई व्यक्ति संक्रमित है तथा उसमें बीमारी के लक्षण नहीं हैं तो फिर इसके प्रसार का खतरा न्यूनतम रहता है। लेकिन इस अध्ययन ने डेल्टा के संबंध में दोनों बातों को खारिज कर दिया है। शोधकर्ताओं ने मई-जून में 101 लोगों की जांच की।

उन्होंने पाया कि डेल्टा संक्रमितों में लक्षण विकसित होने में औसतन 5.8 दिनों का वक्त लगता है। लेकिन यह देखा गया कि लक्षण विकसित होने से औसतन 1.8 दिन पहले ही ऐसे रोगियों से बीमारी दूसरे लोगों को फैल रही थी।

इस अध्ययन के आधार पर शोधकर्ताओं ने नतीजा निकाला है कि डेल्टा के 74 फीसदी संक्रमण लक्षण दिखने से पूर्व ही फैल रहे थे।

एक अध्ययन अध्ययन में यह दावा किया गया था कि लक्षण विकसित होने के एक दिन पहले भी डेल्टा का प्रसार एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में हो सकता है।

ताजा अध्ययन से इस बात को बल मिला है। नेशनल सेंटर फार इंफेक्सियस डिजीज सिंगापुर के विशेषज्ञ वर्नबे युवांग कहते हैं कि यह अध्ययन महत्वपूर्ण है।

इससे डेल्टा के प्रसार को फैलने से रोकने की रणनीति बनाने में मदद मिलेगी। क्योंकि लक्षण नहीं दिखने से कोई व्यक्ति यह अनुमान नहीं कर सकता है कि वह बीमारी का वाहक बन चुका है।