नई दिल्ली: गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का कोविड-19 रोधी टीके की खुराक लेना सुरक्षित रहेगा और इससे गर्भनाल को नुकसान पहुंचने का कोई प्रमाण नहीं है।
पत्रिका ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी में प्रकाशित अपनी तरह के पहले अध्ययन में कहा कि इस तरह के कई लेख आए हैं कि गर्भावस्था में कोविड-19 टीका लेना सुरक्षित है।
अमेरिका स्थित नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के फेनबर्ग स्कूल ऑफ मेडिसिन के सहायक प्रोफेसर जेफ्री गोल्डस्टीन ने कहा कि गर्भनाल विमान में ब्लैक बॉक्स की तरह होती है।
अगर गर्भावस्था के दौरान कुछ भी गड़बड़ी आती है तो हम गर्भनाल (प्लैसेंटा) में बदलाव देख सकते हैं जिससे पता चल सकता है कि क्या हुआ।
गोल्डस्टीन ने कहा कि इससे हम कह सकते हैं कि कोविड-19 रोधी टीका लेने से गर्भनाल को कोई नुकसान नहीं होता।
अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि टीके को लेकर खासकर गर्भवती महिलाओं के बीच हिचक का भाव है।
नार्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर एवं अध्ययन की सह लेखक एमिली मिलर ने कहा, ”ये आरंभिक आंकड़े हैं, लेकिन हमारी टीम को उम्मीद है कि इससे गर्भावस्था के दौरान टीके लेने के खतरे को लेकर चिंताएं घट सकती हैं।
अध्ययन के लेखकों ने अमेरिका के शिकागो में टीका लेने वाली 84 और टीका नहीं लेने वाली 116 गर्भवती महिलाओं में गर्भनाल का परीक्षण किया।
ज्यादातर को गर्भावस्था के सातवें से नौवें महीने के दौरान मॉडर्ना और फाइजर के टीके की खुराक दी गयी थीं।
मिलर ने कहा कि संक्रमण से बचाव के लिए टीके की खुराक लेने वाली गर्भवती महिलाओं को इसे सुरक्षित समझना चाहिए।