नई दिल्ली: गुजरात में कई परियोजनाओं का शुक्रवार को वर्चुअल उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देश का लक्ष्य सिर्फ कंक्रीट के स्ट्रक्च र खड़ा करना नहीं है, बल्कि आज देश में ऐसे इंफ्रा का निर्माण हो रहा है, जिनका अपना एक कैरेक्टर हो।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बेहतर पब्लिक स्पेस हमारी आवश्यकता है, इस प्रकार से कभी पहले सोचा नहीं जाता था।
हमारी अतीत की अर्बन प्लानिंग में इसको भी एक प्रकार से लग्जरी के साथ जोड़ दिया गया था।
आपने भी गौर किया होगा कि रियल एस्टेट और हाउसिंग कंपनियों के प्रचार का फोकस क्या होता है-पार्क फेसिंग घर या फिर सोसायटी के विशेष पब्लिक स्पेस के इर्द गिर्द होता है।
ये इसलिए होता है क्योंकि हमारे शहरों की एक बड़ी आबादी क्वालिटी पब्लिक स्पेस और क्वालिटी पब्लिक लाइफ से वंचित रही है।
अब अर्बन डेवलपमेंट की पुरानी सोच को पीछे छोड़कर देश आधुनिकता की तरफ आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अहमदाबाद में साबरमती का क्या हाल था, ये कौन भूल सकता है? आज वहां पानी की धारा के साथ-साथ रिवरफ्रंट, पार्क, ओपन जिम, सी प्लेन ये सब हमारी सेवा में उपलब्ध हैं।
यानि एक प्रकार से पूरा इकोसिस्टम बदल चुका है। यही बदलाव कांकरिया में किया गया है।
पुराने अहमदाबाद की एक झील इतनी चहल-पहल का केंद्र बन जाएगी, ये पहले कभी सोचा ही नहीं गया।