कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को थप्पड़ जड़ने वाले देवाशीष आचार्य की गुरुवार को रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई।
आचार्य की मौत के बाद सोशल मीडिया पर सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर साजिश रचने के आरोप और मौत की सीबीआई जांच की मांग जोर पकड़ रही है।
मूल रूप से पूर्व मेदिनीपुर के चंडीपुर के रहने वाले भाजपा नेता देवाशीष को कुछ अज्ञात लोगों ने गुरुवार की सुबह मिदनापुर के तमलुक जिला अस्पताल भर्ती कराया गया था।
दोपहर बाद इलाजरत देवाशीष की मौत हो गई।
इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि गुरुवार की सुबह कुछ अज्ञात लोग एक घायल को अस्पताल में भर्ती कराने आए थे।
जब डॉक्टरों ने घायल के बारे जानकारी करने के लिए उन लोगों को बुलाया तब पता चला कि भर्ती कराने वाले सभी लोग वहां से फरार हो गए।
डॉक्टर के मुताबिक भाजपा नेता की मौत दोपहर में हो चुकी थी। अस्पताल प्रबंधन ने इसकी जानकारी मृतक के परिजनों को दी।
अस्पताल पहुंचे परिजनों ने दावा किया है कि देवाशीष की हत्या की गई है। इधर, भाजपा नेताओं ने रहस्यमयी परिस्थितियों में देवाशीष आचार्य की मौत पर सवाल उठाए हैं।
नेताओं ने कहा कि तृणमूल कार्यकर्ता लगातार भाजपा नेताओं को निशाना बना रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री इस पर ध्यान नहीं दे रही हैं।
पुलिस ने अपनी प्रारंभिक जांच में पाया कि देवाशीष आचार्य 16 जून की शाम अपने दो दोस्तों के साथ बाहर गए थे।
वह एक चाय की दुकान पर भी रुके, लेकिन उसके बाद वहां से अचानक गायब हो गए। फिलहाल अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
छह वर्ष पूर्व एक कार्यक्रम में अभिषेक बनर्जी को जड़ा था थप्पड़
गौरतलब है कि देवाशीष आचार्य ने वर्ष 2015 में एक राजनीतिक कार्यक्रम में ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को भरी जनसभा में थप्पड़ मार दिया था। हालांकि, इसके बाद तृणमूल समर्थकों ने उनकी खूब पिटाई की थी।
इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन बाद में अभिषेक बनर्जी के दखल पर उन्हें रिहा कर दिया गया था।
घटना के बाद एक बयान में अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि उन्होंने हमलावर को माफ कर दिया है क्योंकि उसे उकसा कर हमला कराया गया था।