भोपाल: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत के ताजा बयान “हिंदू मुस्लिम अलग नहीं हैं और सभी भारतीयों का डीएनए एक है” को लेकर राजनीति शुरू हो गई है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से डॉ. भागवत के बयान पर तंज कसते हुए उन्हें कुछ सलाह दी है, तो वहीं मप्र के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने डॉ. भागवत के बयान को सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने वाला बताते हुए दिग्विजय सिंह पर पलटवार किया है।
सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत ने रविवार को गाजियाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि हिंदू-मुस्लिम एक हैं और इसका आधार है हमारी मातृभूमि।
पूजन विधि के आधार पर हमें अलग नहीं किया जा सकता। सभी भारतीयों का डीएनए एक है।
उन्होंने सभी से आह्वान किया था कि भाषा, प्रांत और अन्य विषमताओं को छोड़कर हम एक हो जाएं और भारत को विश्वगुरू बनाएं, तभी दुनिया सुरक्षित रहेगी।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सोमवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा है कि-‘मोहन भागवत जी, यह विचार क्या आप अपने शिष्यों, प्रचारकों, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल कार्यकर्ताओं को भी देंगे? क्या यह शिक्षा आप मोदी शाह जी व भाजपा मुख्यमंत्री को भी देंगे?’
उन्होंने आगे लिखा है कि ‘यदि आप अपने व्यक्त किए गए विचारों के प्रति ईमानदार हैं, तो भाजपा में वे सब नेता जिन्होंने निर्दोष मुसलमानों को प्रताड़ित किया है उन्हें उनके पदों से तत्काल हटाने का निर्देश दें।
शुरुआत नरेंद्र मोदी व योगी आदित्यनाथ से करें।
‘ दिग्विजय सिंह ने साथ में यह भी लिखा है कि उन्हें मालूम है कि श्री भागवत ऐसा नहीं करेंगे, क्योंकि उनकी कथनी और करनी में अंतर है।
श्री भागवत ने सही कहा है कि पहले हम सब भारतीय हैं, लेकिन पहले यह उन्हें अपने शिष्यों को समझाना होगा।
दिग्विजय सिंह के इस बयान पर मप्र के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है।
उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा है कि ‘ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत जी का बयान सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने वाला है, यह बात दिग्विजय सिंह जी को हजम नहीं हुई है।
वे हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति करते रहे हैं।
उन्होंने अल्पसंख्यकों में भय का वातावरण पैदा करने के बजाय उनके विकास के बारे में कभी कुछ कहा या किया तो बताएं।’