मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को 100 करोड़ वसूली मामले में पूछताछ के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।
अगर इस दौरान अनिल देशमुख ईडी दफ्तर में हाजिर नहीं होते तो ईडी की टीम खुद उनके घर जाकर उनसे पूछताछ करेगी। ईडी ने पूछताछ के लिए मुंबई में 3 टीम व नागपुर में 2 टीम तैनात कर रखी हैं।
जानकारी के अनुसार 100 करोड़ रुपये वसूली मामले में पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को मंगलवार को ईडी के कार्यालय में उपस्थित रहने के लिए दोबारा समन जारी किया गया था लेकिन अनिल देशमुख मंगलवार को फिर से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर में पेश नहीं हुए।
उन्होंने अपने वकील इंद्रपाल सिंह को ईडी दफ्तर में भेजकर मामले की पूछताछ वर्चुअल पद्धति से किए जाने की मांग की। उन्होंने अपनी उम्र, बीमारी व कोरोना का भी उल्लेख ईडी को भेजे गए पत्र में किया है।
अनिल देशमुख के इस पत्र के बाद ईडी ने कड़ा रुख अख्तियार किया है और उन्हें 24 घंटे में ईडी दफ्तर में हाजिर होने का आदेश जारी किया है। ईडी का कहना है कि पूछताछ के मुद्दे गोपनीय हैं और उन्हें सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये रंगदारी वसूली का आरोप लगाया था।
इसी आरोप के आधार पर वकील जयश्री पाटिल ने मुंबई उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। उच्च न्यायालय ने ही मामले की छानबीन का आदेश जारी किया था।
इस मामले में मनी लॉड्रिंग के एंगल से ईडी छानबीन कर रही है। ईडी ने इस मामले में अनिल देशमुख के पीए कुंदन शिंदे व संजीव पालांडे को गिरफ्तार किया है।
दोनों पीए की गिरफ्तारी के बाद ही ईडी ने अनिल देशमुख को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था।
इसके बाद अनिल देशमुख ने अपने वकील जयवंत पाटिल को ईडी दफ्तर में भेजा था और ईडी दफ्तर में पेश नहीं हुए थे।
इसके बाद ईडी ने दोबारा समन जारी कर मंगलवार को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया था। आज फिर से अनिल देशमुख ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए, जिस पर ईडी ने अब अनिल देशमुख को 24 घंटे का समय दिया है।
ईडी के अल्टीमेटम के बाद अनिल देशमुख आगामी रणनीति के लिए वकीलों की सलाह ले रहे हैं।