नई दिल्ली: कोरोना से सुरक्षा देने के लिए देश में टीकाकरण चल रहा है, अभी तक सिर्फ 18 साल से ऊपर के भारतीय नागरिकों को ही वैक्सीन लगवाने की इजाजत थी लेकिन अब भारत में रह रहे विदेश नागरिक भी टीका लगवा सकते हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को घोषणा कर यह जानकारी दी थी। भारत में कोविड-19 के खिलाफ टीका लगवाने के लिए, विदेशी नागरिकों को पहचान के प्रमाण के रूप में अपने पासपोर्ट का इस्तेमाल करना होगा।
मंत्रालय ने कहा कि इसके बाद सरकार के कोविन प्लेटफॉर्म पर अपना पंजीकरण कराना होगा। एक बार पंजीकृत होने के बाद, उन्हें टीकाकरण के लिए एक स्लॉट मिलेगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने बयान में कहा “भारत में बड़ी संख्या में विदेशी नागरिक रह रहे हैं, विशेष रूप से बड़े महानगरीय क्षेत्रों में।
इन क्षेत्रों में कोविड -19 के फैलने की संभावना अधिक है। ऐसी किसी भी घटना की संभावना का मुकाबला करने के लिए, यह जरूरी है कि सभी लोगों को कोरोन की वैक्सीन लगाई जाए।
सरकार के मुताबिक, यह पहल विदेशी नागरिकों को कोविड से बचाने के साथ-साथ “भारत में रहने वाले लोगों को बचाने के लिए भी है, यह पहल भारतीय लोगों में वायरस फैलने की संभावनाओं” को भी कम करेगी।
भारत में रहने वाले सभी लोगों के लिए वायरस से समग्र सुरक्षा की दिशा में यह एक अच्छा कदम होगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने विकास के बारे में ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, “लड़ेंगे एक साथ, जीतेंगे एक साथ।
भारत का राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम जनवरी 2021 से संचालित हो रहा है।
अब तक देश भर में 51 करोड़ से अधिक वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। 18 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी नागरिक टीकाकरण के पात्र हैं।