नई दिल्ली: राफेल विमान सौदे की जांच के लिए फ्रांस सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है।
आपको बता दें कि फ्रांस सरकार ने राफेल सौदे में कथित भ्रष्टाचार की जांच के लिए एक जज की नियुक्त की है।
एक अखबार मे रिपोर्ट छापी थी जिसमें राफेल सौदे में भ्रष्टाचार के कथित सबूतों की जांच को रोकने का दावा किया गया।
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक नेशनल फाइनेंशियल प्रॉसिक्यूटर्स ने राफेल सौदे को लेकर शुक्रवार को जांच किए जाने की जानकारी दी है।
गौरतलब है कि भारत सरकार और विमान निर्माता कंपनी डसाल्ट के बीच में 36 राफेल विमान को लेकर समझौता हुआ था।
जो करीब 9.3 अरब डॉलर रुपए का था। इस विमान समझौते को लेकर लंबे समय से भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं।
भारत में लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान विपक्ष ने राफेल को बड़ा मुद्दा बनाया था। राफेल विमान सौदे की फाइलें उच्चतम न्यायालय तक पहुंची थीं। हालांकि अदालत ने अपनी जांच में भ्रष्टाचार के आरोप सिद्ध नहीं हुए थे।
वहीं, नेशनल फाइनेंशियल प्रॉसिक्यूटर्स ने विमान सौदे की जांच से इनकार कर दिया था। जिसको लेकर कई रिपोर्ट्स छापते हुए गंभीर आरोप लगाए थे।
विमान निर्माता कंपनी डसाल्ट ने इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि कंपनी ने पहले साफ किया था कि सौदे में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।