भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बेटियों के मामा और महिलाओं के भाई के तौर पर पहचाने जाते रहे हैं, अब एक बार फिर उन्होंने अपनी सियासत को आधी आबादी पर केंद्रित करना शुरू कर दिया है। यही कारण है कि लाडली लक्ष्मी योजना-2 के रूप में इसे नया स्वरूप दिया गया है।
चौहान का मुख्यमंत्री के तौर पर चौथा कार्यकाल है, उनके मुख्यमंत्री के तौर पर सबसे चर्चित और प्रभावशाली योजना में देखा जाए तो वह लाडली लक्ष्मी योजना रही है।
इस योजना के जरिए चौहान को देश ही नहीं, दुनिया में भी नई पहचान मिली थी।
इस योजना की हर तरफ चर्चा थी और माना तो यहां तक जाता है कि वर्ष 2013 का चुनाव वे इसी योजना के बल पर जीते थे।
चौथी बार मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभालने के बाद चौहान ने एक बार फिर आधी आबादी पर ध्यान केंद्रित किया है।
इस के तहत बालिका के जन्म से लेकर उसकी शिक्षा के अलावा धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
इस के तहत छठवीं में दो हजार रुपये, नवमी में चार हजार, 11वीं व 12वीं में छह हजार, व्यावसायिक शिक्षा के लिए 20 हजार और 21 वर्ष आयु में 80 हजार रुपये दिए जाएंगे।
राज्य में महिला सशक्तिकरण के लिए लगातार प्रयास जारी है। पहले पंचायत और नगरीय निकाय में आरक्षण का प्रावधान किया गया, उसके बाद अन्य सुविधाएं महिलाओं को दी गई, साथ ही उन पर होने वाले अपराधों को रोकने और आरोपियों को सजा दिलाने के प्रावधान किए गए।
कुल मिलाकर चैहान की राजनीति के केंद्र में महिलाएं रही हैं, एक बार फिर उन्होंने महिलाओं के बीच अपनी पैठ बनाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।