भुवनेश्वर: तूफान यास 26 मई की सुबह बालेश्वर व भद्रक जिले के बीच धामरा के निकट लैंडफाल करेगा। अभी बंगाल की खाड़ी में छह घंटों से य़ह तूफान दस किमी. की गति से उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है।
इस चक्रवात का असर ओडिशा के पारादीप से पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप के बीच दिखेगा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक डॉ, मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि आगामी 12 घंटों में चक्रवात यास अत्यधिक गंभीर श्रेणी में परिवर्तित हो जाएगा और 26 की सुबह बालेश्वर व भद्रक जिले के बीच धामरा के निकट लैंडफाल करेगा।
उन्होंने कहा कि इस तूफान से राज्य के चार जिले भद्रक, बालेश्वर, जगतसिंहपुर व केन्द्रापडा सर्वाधिक प्रभावित होंगे।
इन चार जिलों में मंगलवार शाम तक 60 से 80 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलेंगी जो धीरे-धीरे बढ़कर 150 से 180 किमी. तक होंगी।
तूफान टकराने से छह घंटे पहले व छह घंटे बाद का समय सबसे महत्वपूर्ण होगा। मयुरभंज जिले में भी 100 से 120 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी।
उन्होंने बताया कि तूफान टकराने के समय कटक, पुरी, खोर्धा व जाजपुर जिले में 60 से 80 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलेगी तथा 90 किमी प्रति घंटे का झोंका आ सकता है।
उन्होंने कहा कि दो साल पहले पुरी में टकराने वाले फणी की तुलना में यास का प्रभाव कम होगा तथा हवा की गति इससे 50 किमी. प्रति घंटे कम रहेगी। उन्होंने तूफान के पश्चिम बंगाल की ओर मुड़ने की संभावना से इंकार किया।