IAS Pooja Khedkar: महाराष्ट्र कैडर की IAS ट्रेनी पूजा खेडकर की समस्याएं और बढ़ गई हैं। उनके विवादों और आरोपों के कारण लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA), मसूरी ने उनकी ट्रेनिंग रद्द कर दी है।
LBSNAA ने महाराष्ट्र सरकार को सूचित करते हुए पूजा खेडकर को तुरंत वापस लौटने का निर्देश दिया है।
LBSNAA का आदेश
LBSNAA ने आदेश में कहा है कि पूजा खेडकर का जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम निलंबित कर दिया गया है और उन्हें तुरंत अकादमी में वापस लौटने का निर्देश दिया गया है। इस आदेश के तहत उन्हें 23 जुलाई, 2024 से पहले अकादमी में शामिल होना होगा।
UPSC में गड़बड़ी के खुलासे
पूजा खेडकर के UPSC में गड़बड़ी के मामले में कई खुलासे हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, पूजा ने UPSC के अटेम्प्ट बढ़ाने के लिए अपने नाम और उम्र में बदलाव किया था। सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (CAT) में उनके 2020 और 2023 के आवेदनों में अलग-अलग नाम और उम्र दर्ज हैं।
2020 के आवेदन में उन्होंने अपना नाम ‘खेडकर पूजा दिलीपराव’ और उम्र 30 साल बताई थी। 2023 के आवेदन में उनका नाम ‘पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर’ और उम्र 31 साल थी। इस अंतर से सवाल उठ रहे हैं कि तीन साल में उनकी उम्र सिर्फ एक साल कैसे बढ़ी।
UPSC परीक्षाओं में गड़बड़ी
Media Reports के अनुसार, पूजा खेडकर ने कुल 11 बार सिविल सर्विसेस की परीक्षा दी हैं, जबकि जनरल कैटेगरी के उम्मीदवार को 32 साल की उम्र तक 6 बार और OBC कैटेगरी के उम्मीदवार को 35 साल तक 9 बार परीक्षा देने की अनुमति होती है।
पूजा पर दिव्यांगता और OBC आरक्षण कोटे का दुरुपयोग करके UPSC में सिलेक्शन पाने का आरोप है। विवाद बढ़ने के बाद उन्हें पुणे से वाशिम ट्रांसफर कर दिया गया था।
पूरे विवाद पर पूजा खेडकर की प्रतिक्रिया
पूरे विवाद पर पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए पूजा खेडकर ने कहा कि उनके मामले में मीडिया ट्रायल हो रहा है जबकि अभी जांच चल रही है। उन्होंने कहा, “कमेटी पूरे प्रकरण की जांच कर रही है और जो भी फैसला आएगा हमें मंजूर होगा। फैसले से पहले Media Trial नहीं होना चाहिए।”
पूजा खेडकर के पिता ने भी मामले पर सफाई देते हुए कहा कि अपने लिए केबिन मांगना गलत नहीं है और सरकारी गाड़ी नहीं मिलने की वजह से उनके रिश्तेदार की कार इस्तेमाल कर रही थीं।
इस पूरे घटनाक्रम से साफ है कि पूजा खेडकर को विभिन्न आरोपों और विवादों के चलते अपनी Training छोड़कर जांच का सामना करना पड़ेगा। अब देखना होगा कि जांच के नतीजे क्या आते हैं और उनके भविष्य पर इसका क्या असर पड़ता है।