भगवान बुद्ध का जीवन शांति और सह-अस्तित्व का उपदेश देता है : प्रधानमंत्री

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को वर्चुअल वेसाक वैश्विक समारोह को संबोधित करते हुए कहा, वेसाक भगवान बुद्ध के जीवन का जश्न मनाने और भगवान बुद्ध के आदर्शों और बलिदानों को याद करने का दिन है।

मैं आज वेसाक बुद्ध पूर्णिमा दिवस का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।

प्रधानमंत्री ने इस दौराना कोरोना संकट का जिक्र करते हुए कहा कि पूरी दुनिया इससे प्रभावित है। ऐसे में भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा वैक्सीन तैयार करना बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी अभी भी मौजूद है।

भारत सहित कई देशों ने दूसरी लहर का अनुभव किया है। यह कई दशकों में मानवता के सामने सबसे खराब संकट है।

जलवायु परिवर्तन की समस्या के विषय में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मानवता की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक जलवायु परिवर्तन है।

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ग्लेशियर पिघल रहे हैं और मौसम बदल रहा है। भगवान बुद्ध ने कहा कि प्रकृति माता का सम्मान सर्वोपरि है। बुद्ध के जीवन ने शांति और सह-अस्तित्व का उपदेश दिया।

यह कार्यक्रम संस्कृति मंत्रालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (आईबीसी) के सहयोग से आयोजित किया गया। इसमें दुनिया भर के बौद्ध संघों के सभी सर्वोच्च प्रमुखों ने भागीदारी की। दुनिया भर के 50 से अधिक प्रमुख बौद्ध धर्मगुरुओं ने समारोह को संबोधित किया।

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