नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने सोमवार को मानसून सत्र की शुरुआत से पूर्व कहा कि संसद के अंदर खुले मन से संवाद होना चाहिए और आवश्यक हो तो बहस होनी चाहिए।
उन्होंने सभी सांसदों से अपील की है कि राष्ट्रहित में संसद सत्र का भरपूर उपयोग हो और वह सदन की उत्पादकता बढ़ाने में योगदान दें
संसद भवन (Parliament House) में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह सत्र इस कारण से भी महत्वपूर्ण है कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का इस दौरान चुनाव होगा।
25 वर्ष बाद भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष पूरे करेगा
राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान जारी है। इस सत्र के दौरान से नए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति देश को दिशा दिखाना शुरू करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह समय बेहद महत्वपूर्ण हैं क्योंकि आजादी का अमृत महोत्सव (Nectar Festival Of Freedom) चल रहा है।
आने वाला 15 अगस्त और उसके बाद के 25 वर्ष बेहद अहम हैं। 25 वर्ष बाद भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष पूरे करेगा। यह अवसर है कि हम नई ऊंचाइयों के लिए अपना रास्ता तय करें।