प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के कई नेताओं ने NEET के रिजल्ट में हुई गड़बड़ी पर उठाए सवाल, Physics Wala ने दिखाएं धांधली के सबूत

Central Desk

Leaders Raised questions on Irregularities in NEET results : 4 जून को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA ) ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET-UG का रिजल्ट जारी किया है।

NEET के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि 67 विद्यार्थियों ने 720 में से 720 अंक हासिल किये हैं। जिसके बाद से ही देशभर में बवाल हो रहा है।

प्रियंका गांधी ने उठाए सवाल

अब सोशल मीडिया पर छात्रों से लेकर एक्सपर्ट ने भी तरह-तरह के सवाल करने शुरू कर दिए है। वहीं अब इसमें राजनेताओं ने भी सरकार और NTA से सवाल पूछना शुरू कर दिया है।

आज प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार से इसे लेकर सवाल किया है। Priyanka Gandhi वाडरा ने सोशल मीडिया X पर लिखा कि पहले NEET परीक्षा का पेपर लीक हुआ और अब छात्रों का आरोप है कि इसके रिजल्ट में भी स्कैम हुआ है।

आगे प्रियंका ने लिखा कि एक ही सेंटर के 6 छात्रों को 720 में से 720 नंबर मिलने पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं और कई तरह की अनियमितताओं की बातें सामने आ रही हैं।

देशभर में बच्चे कर रहे हैं आत्महत्या

दूसरी ओर, रिजल्ट आने के बाद देश भर में कई बच्चों के आत्महत्या (Suicide) करने की खबरें हैं। यह बहुत दुखद और झकझोरने वाला है।

सरकार लाखों छात्रों की आवाज को अनसुना क्यों कर रही है? छात्र-छात्राओं को NEET परीक्षा के परिणाम में धांधली से जुड़े वाजिब सवालों के जवाब चाहिए। क्या सरकार की जिम्मेदारी नहीं बनती कि वो जांच कराकर इन वाजिब शिकायतों का निस्तारण करें?

रणदीप सुरजेवाला ने भी उठाई आवाज

वहीं, बीते दिन कांग्रेस के ही नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी एनटीए और सरकार से सवाल पूछा कि NEET एग्जाम के रिजल्ट को लेकर विवाद, गड़बड़ झाले की बातें खुलकर सामने आ रहीं है। 24 लाख छात्र-छात्राओं की शंकाओं और उनके माता-पिता की आशंकाओं का कोई जवाब नहीं दे रहा, न NTA दे रहा न सरकार दे रही।

उन्होंने कहा कि क्या नीट के एग्जाम का रिजल्ट सही है, क्या NTA द्वारा भारी गलती की गई है, क्या मोदी सरकार के पास कोई जवाब है?

सुरजेवाला ने सवाल किया कि 67 बच्चों ने नीट टॉप किया सभी के एक नंबर (720 में से 720 नंबर) कैसे आए? ये कैसे हो सकता है।

इसके बाद उन्होंने पिछले कुछ सालों के टॉपर्स के नंबर बताए उन्होंने कहा 2019 में 1 टॉपर था, 2020 में 1 टॉपर था, 2021 में 3 टॉपर थे, 2021 में 1 टॉपर थे, 2023 में 2 टॉपर थे और 2024 में 67 टॉपर, ये अपने आप में भी असंभव लगता है क्योंकि NEET पेपर में निगेटिव मार्किंग भी है। ये संयोग है या प्रयोग?

नार्मलाइजेशन के आधार पर भी सवाल

चौथी बात NTA ने ये भी कहा कि फरीदाबाद के इस सेंटर पर गलत पेपर बांट दिया गया, इसलिए 45 मिनट नष्ट हो गए और नार्मलाइजेशन के आधार पर ग्रेस मार्क दिए गए।

अब सवाल ये है कि न नीट का ब्राउचर न NTA के निर्देश और न मोदी सरकार के निर्देश ऐसा कहती है कि इस प्रकार के ग्रेस मार्क दिए जाएं। वो भी तब जब ग्रेस मार्क या नॉर्मालाइजेशन के आधार पर नीट के टॉपर डिसाइड हो रहे हों। ये अपने आप में अंचभित और पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठा रहा।

आगे कहा कि ये सवाल ये भी है कि 2019 से 2023 तक 600 नंबर लाने वाला बच्चा सरकार कॉलेज में दाखिला ले सकता था। इस बार कटऑफ 134 से बढ़कर 163 हो गई और 660 नंबर लाने वाला शायद ही सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन ले सकता है।

फिजिक्सवाला ने दिखाएं धांधली के सबूत

इसके बाद फिजिक्सवाला के फाउंडर अलख पांडेय ने दावा किया कि वे नीट 2024 में एनटीए का सबसे बड़ा राज सबूत के साथ पेश कर रहे हैं। उन्होंने इस पर एक वीडियो बनाकर भी शेयर किया।

उन्होंने वीडियो में एक ओएमआर सीट शेयर किया और कहा कि इसमें कैलकुलेट करोगे तो 368 नंबर आएंगे और NTA नटीए ने इसे रिजल्ट में 453 नंबर दिए हैं यानी कुल 85 नंबर का अंतर यानी इसे ग्रेस मार्क मिला या इसे कैसे मिला?

इस 85 नंबर से इसका रैंक लाखों आगे चला गया होगा और नॉर्मल बच्चा लाखों रैंक पीछे चला गया होगा। न जाने ऐसे कितने रिजल्ट के साथ हुआ है इसीलिए इस बार कटऑफ इतना हाई गया।