नई दिल्ली: मोदी सरकार फाइजर की कोरोना वैक्सीन के पांच करोड़ डोज खरीदने के लिए बातचीत चल रही है।
ये वैक्सीन अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर और जर्मन कंपनी ने मिलकर तैयार की है।
हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय और फाइजर ने इस संबंध में किसी भी सवाल का जवाब देने से इंकार कर दिया है।
दवा कंपनी ने अभी तक देश में अपनी वैक्सीन के इस्तेमाल की अनुमति नहीं मांगी है।
दुनिया में सबसे बड़ा वैक्सीनेशन कार्यक्रम चला रहा भारत अब तक मुख्य रूप से सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक की वैक्सीन के जरिए वैक्सीनेशन कर रहा है।
रिपोर्ट में बताया गया हैं कि मोदी सरकार की जॉनसन एंड जॉनसन के साथ बातचीत भी चल रही रही है।
जॉनसन एंड जॉनसन की भारत में बायोलॉजिक ई के साथ 60 करोड़ डोज के उत्पादन के लिए मैन्यूफैक्चरिंग डील है।
बीते सप्ताह देश में जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल शॉट वैक्सीन को भारत में इमरजेंसी यूज की अनुमति दे दी गई है।
इसके बाद अब देश में 5 वैक्सीन हो गई हैं। अभी भारत में एसआईआई, भारत बायोटेक, स्पूतनिक और मॉडर्ना को अनुमति है।