मुंबई: कोरोना संक्रमण के चलते लगे लॉकडाउन से मुंबई के लाखों डब्बावाले भी परेशान हैं क्योंकि अधिकांश दफ्तर और कारोबार बंद रहने से उनका डब्बा पहुंचाने का काम बंद है। लेकिन अब डब्बावाले अपने कारोबार को आगे बढ़ाने का फैसला लिया है।
दरअसल इस बार, ऑफिस जाने वालों को घर का बना लंच देने के बजाय, डब्बावाले की साइकिलों में अब कई तरह के पसंदीदा व्यंजन होंगे।
आपको बता दें कि मार्च 2020 में कोरोना के कारण लगाए गए प्रतिबंधों के बाद कई लोगों ने घर से काम करना शुरू कर दिया जिसके चलते मुंबई के इन लाखों डब्बावाले की नौकरी खतरे में आ गई। लेकिन अब इन डब्बावालों की जीविका को बचाने के लिए रेस्टोरेंट ने एक समझौता किया है, जिसके तहत अब डब्बावाले रेस्टोरेंट से फूड की डिलीवरी करेंगे।
खबर है कि हाल ही में, मुंबई स्थित इम्प्रेसारियो हैंडमेड रेस्तरां ने मुंबई के डब्बावाला के साथ एक सहयोग शुरू किया।
रेस्तरां से सीधे ऑर्डर देने की सुविधा के लिए उन्हें डिलीवरी पार्टनर के रूप में भर्ती करेगा।
कंपनी के देशभर के 16 शहरों में 57 रेस्तरां हैं, जिनमें मुंबई में सोशल, स्मोक हाउस डेली और साल्ट वाटर कैफे (कुल 20) शामिल हैं।
मुंबई के डब्बावाले एक अद्वितीय लंच बॉक्स डिलीवरी सिस्टम है जो मुंबई में घरों से कार्यालयों तक साइकिल और ट्रेनों के माध्यम से ताजा पका हुआ भोजन पहुंचाता हैं।
डब्बावालों की खास बात यह है कि खाली डिब्बे दोपहर में वापस कर दिए जाते हैं। ये मुंबई की 5000 गलियों से खाना लेने का काम करते हैं। इस काम में लगभग 2,00,000 लोग लगे हुए हैं।