मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप में नासिक जिला पुलिस ने केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे को समन जारी किया है। राणे को दो सितंबर को पूछताछ के लिए उपस्थित रहने के लिए कहा गया है।
नासिक पुलिस के उपायुक्त दीपक पांडे ने बुधवार को बताया कि केंद्रीय मंत्री राणे को समन जारी कर 02 सितंबर को पूछताछ के लिए उपस्थित रहने का आदेश दिया गया है। यह समन नारायण राणे ने स्वीकार किया है।
उन्होंने बताया कि नारायण राणे ने रायगढ़ जिले के महाड मजिस्ट्रेट कोर्ट में लिखकर दिया है कि वह इस तरह का व्यक्तव्य फिर से नहीं देंगे। इसलिए नासिक पुलिस सिर्फ उनसे पूछताछ करेगी।
उपायुक्त दीपक पांडे ने शिवसेना के जिला अध्यक्ष सुधाकर बडगुजर की शिकायत के बाद केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था।
इस पर विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि पुलिस को इस तरह का वारंट जारी करने का अधिकार नहीं है।
इसका जवाब देते हुए दीपक पांडे ने कहा कि इस आदेश पर वे अडिग हैं, नेता प्रतिपक्ष फडणवीस चाहें तो इसे कोर्ट में चुनौती दे सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री राणे की विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ रायगढ़ जिले के महाड के साथ-साथ ठाणे, नासिक और पुणे में मामले दर्ज किए गए हैं।
राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान कहा था कि यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हो गए हैं।
भाषण के दौरान वह पीछे मुड़कर इस बारे में पूछते नजर आए थे। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता।
राणे को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान मंगलवार को रत्नागिरि जिले के गलावली में हिरासत में लिया गया था।
इस मामले में महाड मजिस्ट्रेट कोर्ट ने देर रात को 15 हजार रुपये के निजी मुचलके पर राणे को जमानत दे दी थी।