नई दिल्ली: पीएनबी घोटाले का आरोपी मेहुल चोकसी खुद डोमिनिका गया या उसे अगवा किया गया, यह गुत्थी अभी भी उलझी हुई है।
मेहुल चोकसी के केस की जांच का दायरा अब एंटीगुआ और डोमिनिका से भी आगे बढ़ गया है।
जी हां, मेहुल चोकसी केस में एक और नया मोड़ आ गया है। मेहुल चोकसी के वकीलों ने चार लोगों के खिलाफ लंदन में एक शिकायत दर्ज कराई है।
चोकसी के लीगल टीम ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि ये चारों लोग चोकसी के कथित अपहरण कांड में शामिल थे। अब इस मामले में स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
मेहुल चोकसी की लीगल टीम ने लंदन में उनकी ओर से शिकायत दर्ज कराने के लिए फर्म जस्टिस एब्रॉड लॉयर्स को हायर किया था।
शिकायत में चार लोगों को आरोपी बनाते हुए उनके नाम और दस्तावेजी साक्ष्य उपलब्ध कराए गए हैं।
आरोप लगाया गया है कि भगोड़े हीरा व्यापारी को जबरन डोमिनिका ले जाया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले का नेतृत्व करने वाले मानवाधिकार वकील माइकल पोलाक ने मेहुल चोकसी द्वारा किए गए दावों का सारांश देते हुए एक विस्तृत नोट लिखा है।
वह पोलाक ही थे, जिन्होंने सबसे पहले 7 जून को ब्रिटिश पुलिस में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत में चोकसी की लीगल टीम ने जिन चार लोगों की पहचान उजागर की है, उनमें 31 साल की हंगरी की नागरिक बारबरा जाराबिका है, जिसे लेकर अफवाह है कि वह चोकसी की गर्लफ्रेंड है।
इस शिकायत में भारतीय मूल के ब्रिटेन नागरिकों गुरमीत सिंह (63), गुरजीत सिंह (50) और गुरदीप बाथ (45) के भी नाम हैं।
शिकायत में जिन चार लोगों के नाम हैं, उनमें से दो आरोपी लंदन के रहने वाले हैं, वहीं गुरमीत सिंह और गुरजीत सिंह बर्मिंघम में रहता है।
वकील माइकल पोलाक द्वारा दायर शिकायत में आरोप लगाया गया है कि मेहुल चोकसी को बारबरा जराबिका के घर से अगवा किया गया और नाव पर डोमिनिका ले जाया गया।
इसी तरह के आरोप मेहुल चोकसी ने एंटीगुआ पुलिस में अपनी शिकायत में लगाए हैं।
पोलाक ने अपने शिकायती दस्तावेजों में लंदन से कैरिबियन और एंटीगुआ और डोमिनिका के बीच एक ही उड़ान में एक साथ यात्रा करने वाले चार व्यक्तियों को भी शामिल किया है।
गौरतलब है कि ब्रिटेन के सार्वभौमिक क्षेत्राधिकार कानून के तहत अगर कोई व्यक्ति यातना जैसे अपराध को अंजाम दिया है, भले ही वह विदेश में हो, उसे ब्रिटेन में गिरफ्तार किया जा सकता है और उस पर मुकदमा चलाया जा सकता है।
मेहुल चोकसी फिलहाल, डोमिनिका में है और उसने 2017 में ही एंटीगुआ की नागरिकता ले ली थी।
एंटीगुआ के लिए अपील की अंतिम अदालत लंदन में प्रिवी काउंसिल है, क्योंकि ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अभी भी द्वीप की प्रमुख हैं।