Constitution in Sanskrit and Maithili Language: भारत के संविधान (Indian Constitution) को अब संस्कृत (Sanskrit) और मैथिली (Maithili) भाषाओं में पढ़ा जा सकेगा।
संविधान निर्माण के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मंगलवार को इन भाषाओं में अनुवादित प्रतियों का विमोचन किया गया।
इस ऐतिहासिक अवसर पर राष्ट्रपति Draupadi Murmu, प्रधानमंत्री Narendra Modi, लोकसभा और राज्यसभा के स्पीकर, और नेता विपक्ष Rahul Gandhi उपस्थित रहे।
विशेष डाक टिकट और स्मारक सिक्का जारी
कार्यक्रम के दौरान संविधान दिवस (Constitution Day) को चिह्नित करते हुए एक विशेष डाक टिकट और स्मारक सिक्का भी जारी किया गया। राष्ट्रपति ने इस पहल को भारतीय भाषाओं के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “संविधान को अपनी भाषा में समझना प्रत्येक नागरिक का अधिकार है। संस्कृत और मैथिली में अनुवादित यह प्रयास हमारी सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का प्रतीक है।”