असम: केंद्र सरकार और असम सरकार आगामी चार सितम्बर को कार्बी आंग्लांग जिले के छह विद्रोही संगठनों केएलएनएलएफ, पीडीकेके, यूपीएलए और केपीएलटी के तीन समूहों के साथ समझौता करेगी।
नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा की मौजूदगी में होने वाले शांति समझौते को लेकर पहाड़ी जिलों में उत्साह है।
ज्ञात हो कि कार्बी आंग्लांग जिला मुख्यालय में जिला उपायुक्तों के सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया था कि शांति समझौते में स्वायत्तशासी राज्य की बात शामिल नहीं है।
शांति समझौते के लिए विद्रोही संगठनों के नेता और प्रतिनिधि परिषद की बस से मंगलवार सुबह गुवाहाटी के लिए रवाना हो चुके हैं।
162 सदस्यीय टीम गुवाहाटी के बोरझार स्थित लोकप्रिय गोपीनाथ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से शाम को नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
बुधवार को डिफू से रवाना होते समय केएलएनएलएफ नेतृत्व और छह संगठनों के प्रवक्ता रेजेक डेरा और पी दिले ने उम्मीद जतायी है कि पहाड़ी लोगों की आकांक्षाएं पूरी होंगी।