PM Modi Russia visit : PM मोदी 8-9 जुलाई को रूस की यात्रा पर जा रहे हैं। PM मोदी (PM Modi) की मास्को यात्रा को इस नजरिए से देखा जा रहा है कि वे दुनिया को यह संदेश देना चाहते हैं कि भारत और रूस की दोस्ती कमजोर नहीं हुई है।
माना जा रहा है कि इस बातचीत के दौरान पांचवीं पीढ़ी के Fighter Jet को लेकर चर्चा हो सकती है। पुतिन रूस के सुखोई-57 को लेकर पीएम मोदी से बातचीत कर सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक PM मोदी और पुतिन के बीच बातचीत में एक Logistics Supply समझौते को शामिल किया जा सकता है जो दोनों देशों की सेनाओं के बीच में होगा। इसके अलावा पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट के संयुक्त विकास पर फिर से बातचीत शुरू करने तथा परमाणु ऊर्जा पर सहयोग को बढ़ाने पर भी बातचीत होगी है।
उन्होंने बताया कि दोनों ही देश फिर से रक्षा सहयोग को बढ़ाने पर काम कर रहे हैं जो पेमेंट में दिक्कत और भारत के पश्चिमी प्रतिबंधों के डर की वजह से यह रुक गया था। अब रूस और भारत के बीच पेमेंट का विवाद खत्म हो गया है।
सूत्र बताते हैं कि भारत का पांचवीं पीढ़ी के Fighter Jet के लिए फिर से बातचीत शुरू करना कई कारणों से एक तर्कपूर्ण फैसला है। इस पांचवीं पीढ़ी के नए फाइटर जेट को सुखोई 57 के आधार पर ही बनाया जाना है। वहीं भारतीय वायुसेना दो सीटों वाले फाइटर जेट को चाहती थी। इस कारण भारत ने खुद को सुखोई-57 के प्रोग्राम से खुद को अलग कर लिया था।
हालांकि बाद में इस खरीदने के विकल्प को भारत ने खुला रखा था। सूत्र ने कहा कि इसके बाद से रूस ने भारतीय वायुसेना की बताई हुई कमियों को दूर किया है और Operational Testing की है। सुखोई 57 के ताजा वेरिएंट में दो इंजन है जो सुखाई को सुपरक्रूज क्षमता प्रदान करता है।
भारत और रूस के बीच यह बातचीत तब शुरू हो सकती है जब चीन और पाकिस्तान दोनों ही रेडॉर की पकड़ में नहीं आने वाले Fighter Jet को अपनी सेना में शामिल कर रहे हैं।