नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की 79वीं वर्षगांठ पर अमर स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए कहा कि यह एक आंदोलन भर नहीं था, बल्कि स्वाधीनता के लिए व्यापक जनक्रांति थी।
शाह ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, “अगस्त क्रांति का इतिहास असंख्य गुमनाम यौद्धाओं की वीर गाथाओं से भरा पड़ा है, जो सदैव आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “आज ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की 79वीं वर्षगांठ पर आजादी के इस महायज्ञ में अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर स्वतंत्रता सेनानियों को स्मरण कर नमन करता हूं।
1942 में आज ही के दिन महात्मा गांधी जी ने ‘करो या मरो’ नारे के साथ भारत छोड़ो आंदोलन का शंखनाद किया था।
यह अंग्रेजी शासन की निर्ममता के विरुद्ध सिर्फ एक आंदोलन भर नहीं था, बल्कि स्वाधीनता हेतु व्यापक जन-क्रांति थी, जिसने अंग्रेजों के घुटने टिकवा उन्हें भारत छोड़ने पर विवश किया।”
उल्लेखनीय है कि महात्मा गांधी के नेतृत्व में 8 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत हुई थी। इसे अगस्त क्रांति नाम से भी जाना जाता है ।