Rahul Gandhi took this Decision Regarding Manipur case : विपक्षी नेता राहुल गांधी ने एक बड़ा फैसला लिया है। यह फैसला मणिपुर (Manipur) संकट को लेकर है।
दरअसल, मणिपुर संकट से निपटने और उसके समाधान के लिए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) आठ जुलाई को मणिपुर का दौरा कर सकते हैं। इस दौरान राज्य के CSO नेताओं से मिलेंगे और चुराचांदपुर, मोइरांग और अन्य जगहों पर आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों से मिलेंगे।
विपक्ष के नेता के रूप में पहली यात्रा
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की मणिपुर की यात्रा विपक्ष के नेता के रूप में देश में उनकी पहली यात्रा होगी। इससे पहले लोकसभा में राहुल गांधी ने BJP के नेतृत्ववाली NDA सरकार पर अपनी नीतियों और राजनीति के कारण मणिपुर को गृहयुद्ध में धकेलने का आरोप लगाया था।
उन्होंने जातीय हिंसा भड़कने के बाद से मणिपुर का दौरा नहीं करने के लिए PM नरेंद्र मोदी की भी आलोचना की। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा (Lok Sabha) में विपक्ष की ओर से बहस की शुरुआत करते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सरकार ऐसा व्यवहार कर रही है, जैसे मणिपुर में कुछ हुआ ही नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है, मानो मणिपुर भारत का राज्य नहीं है।
हमने PM मोदी से आग्रह किया कि वह संदेश दें, वहां जायें, मगर कोई नहीं गया। आपको जवाब नहीं मिल सकता।
पूर्वोत्तर राज्य में महिलाओं की दुर्दशा का किया जिक्र
राहुल गांधी ने पूर्वोत्तर राज्य में महिलाओं की दुर्दशा का भी जिक्र किया। सत्तापक्ष की एक टिप्पणी का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि आप अपने संगठन में महिलाओं को शामिल नहीं करते हैं, लेकिन मैं उनके बारे में बोल सकता हूं।
मणिपुर पिछले साल मई से हिंसा की चपेट में है, क्योंकि घाटी के प्रभुत्व वाले मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति दर्जे की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में कुकी आदिवासियों द्वारा आयोजित एक मार्च के बाद से मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क गयी थी।