उदयपुर: झीलों की नगरी उदयपुर में सोमवार को सुबह एक दुर्लभ सफेद सांप देखा गया है।
हालांकि ये सांप रेट स्नेक प्रजाति का ही था, लेकिन इसका शरीर पूरी तरह से सफेद था।
आमतौर पर ऐसा सांप नहीं होता है, लेकिन जीवों में ल्युकेजिम की वजह से ऐसा होता है। ये बहुत की दुर्लभ माना जाता है क्योंकि ऐसा मामले बहुत कम देखने को मिलते हैं।
इसतरह के सांप के शरीर में पिगमेंटेशन नहीं होने की वजह से उनका पूरा शरीर या शरीर का कुछ हिस्सा सफेद हो जाता है।
हालांकि ऐसा सफेद बाघ, सफेद कबूतर, सफेद हिरण और सफेद अजगर में भी देखा जाता है। लेकिन सांपों में ऐसा बहुत दुर्लभ होता है।
इसतरह के सांप पैदा भी होते हैं,तब बहुत ज्यादा समय तक जिंदा नहीं रह पाते।
क्योंकि जंगल में दूसरे शिकारियों से खुद को छिपाने के लिए इस तरह के सांपों के पास वहां प्राकृतिक रंग नहीं होते, जिनकी वजह से इसतरह के सांप जंगल में छद्मावरण लेते हैं और शिकारियों से बच जाते हैं।
इनका रंग पूरा सफेद होने की वजह से ये जल्दी नजर आकर मारे जाते हैं।देखने के बाद उन्होंने इस सांप को जंगल की ओर जाने दिया ताकि घनी झाड़ियों में छिपकर ये खुद को बचा सके।
मामले को लेकर उदयपुर के वन्यजीव प्रेमी ने कहा कि ऐसा मामला बहुत ही दुर्लभ होता है।
ऐसा ही एक मामला पिछले दिनों फरवरी में जयपुर में देखने में आया था जब यहां सफेद रंग का कोबरा सांप देखा गया था।
उसे यहां जॉय गार्डनर द्वारा रेस्क्यू कर जू को सौंप दिया गया गया था। बाद में जंगल में छोड़ दिया गया था।