नई दिल्ली: सऊदी अरब ने पाकिस्तान के श्रद्धालुओं के उमरा करने पर पाबंदी लगा दी है।
पाकिस्तान उन नौ देशों में शामिल है जहां के लोगों को उमरा के लिए सऊदी अरब में प्रवेश पर रोक लगा रखी है।
पाकिस्तान में धार्मिक मामलों के केंद्रीय मंत्री नूर उल हक कादरी ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी है।
सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, जिन लोगों ने चीनी वैक्सीन सिनोवैक और सिनोफार्म लगवाई हैं, उन्हें सऊदी में मान्यता प्राप्त चार वैक्सीनों में से किसी एक का बूस्टर डोज भी लगवाना होगा।
दिशानिर्देशों के मुताबिक, सिर्फ उन्हीं लोगों को सऊदी अरब में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी, जो वैध टूरिस्ट वीजा के साथ-साथ मान्यता प्राप्त वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने का प्रमाण पत्र दिखाएंगे।
पाकिस्तान में अधिकतर लोगों को चीन की ही वैक्सीन लगाई गई है। सऊदी अरब में प्रवेश के लिए ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका, फाइजर/बायोएनटेक या मॉडर्न अथवा जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को मान्यता दी गई है।
सऊदी अरब स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक उमरा के लिए शर्तों के साथ लोगों को मक्का में एंट्री की नौ अगस्त से इजाजत दी है।
सऊदी अरब वही लोग उमरा के लिए जा सकते हैं जिन्होंने कोरोना वैक्सीन लगवा ली है।
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पिछले 17 महीनों से विदेशी पर्यटकों को देश में एंट्री नहीं मिल रही थी।
इससे पहले एक अगस्त से टूरिस्ट वीजा धारकों की देश में प्रवेश पर लगे प्रतिबंध को खत्म कर दिया गया था।
हालांकि, मक्का में हज के लिए बाहरी देश के लोगों को अभी अनुमति नहीं है।
सऊदी अरब ई-वीजा पोर्टल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, वैध पर्यटन वीजा के साथ देश में आने वाले सभी आगंतुकों को मान्यता प्राप्त टीकों का पहले ही पूरा डोज लगवाना होगा।
ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका, फाइजर/बायोएनटेक या मॉडर्न टीके की दो खुराक, अथवा जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन की एक खुराक पहले ही लगवाना होगा।
इसके अलावा, दिशानिर्देशों में कहा गया है कि केवल उन लोगों को अल-मस्जिद-ए-नबावी (पैगंबर की मस्जिद) और मस्जिद अल-हरम सहित पवित्र मस्जिदों में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी जिन्होंने कोरोना की वैक्सीन लगवा ली है।
सऊदी अरब का लक्ष्य उमरा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को मौजूदा 60 हजार प्रति माह से धीरे-धीरे बढ़ाकर 20 लाख करना है।
जो पर्यटक वीजा पाना चाहते हैं, वे स्पिरिट ऑफ सऊदी वेबसाइट के जरिये आवेदन कर सकते हैं।
यदि यात्री आगमन के समय वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाते हैं, तो उन्हें अनिवार्य क्वारनटीन में जाने की जरूरत नहीं है। यात्रियों को निगेटिव कोरोना रिपोर्ट भी दिखानी होगी।
इससे पहले, सऊदी अरब ने अपने नागरिकों से कहा था कि अगर उन्होंने कोरोना नियमों को धता बताकर रेड लिस्ट में शामिल देशों का दौरा किया तो तीन साल के लिए यात्रा करने पर उन पर बैन लगा दिया जाएगा।
सऊदी अरब ने अफगानिस्तान, अर्जेंटीना, ब्राजील, मिस्र, इंडोनेशिया, लेबनान, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात सहित कई अन्य देशों में जाने अथवा ट्रांजिट करने पर रोक लगाई थी।