मुंबई: मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नगराले ने बताया कि साकीनाका दुष्कर्म मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।
इस मामले की जांच एक महीने में पूरी कर आरोप पत्र कोर्ट में पेश कर दिया जाएगा।
नगराले ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करने का आदेश जारी किया है।
मुंबई पुलिस एक महीने में मामले की जांच पूरी कर आरोप पत्र कोर्ट में पेश कर देगी। मुंबई पुलिस का प्रयास इस मामले के दोषियों को कठोरतम सजा दिलवाने का रहेगा।
पुलिस आयुक्त नगराले ने बताया कि शुक्रवार रात को साकीनाका के खैरानी रोड इलाके में गणेश प्रतिमा की स्थापना के लिए गई महिला के साथ टैंपो में दुष्कर्म किया गया।
इस घटना की शिकायत घटनास्थल के पास ही कागज का खोखा बनाने वाली कंपनी के वाचमैन ने दर्ज करवाई है।
मामले में पुलिस ने एक आरोपित मोहन चव्हाण को गिरफ्तार किया है और अन्य आरोपितों की तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपित उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।
पीड़ित महिला को बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां इलाज के दौरान शनिवार दोपहर को उसने दम तोड़ दिया। पुलिस महिला का बयान दर्ज नहीं कर सकी है।
सीसीटीवी फुटेज से मामले के बारे में जानकारी मिल रही है और मामले से जुड़े सभी आरोपितों की खोजबीन जारी है।